निवेशकों में बढ़ी हलचल (Stock Market Crash)
इस समय सबसे ज्यादा हलचल रिटेल निवेशकों (Retail Investor) के बीच है। यह हमारी बात नहीं, बल्कि डेटा खुद गवाही दे रहा है। पिछले एक महीने के आंकड़े बताते हैं कि बाजार बेहद खराब दौर से गुजर रहा है। हर सुबह निवेशकों को उम्मीद होती है कि अब बाजार में तेजी आएगी, लेकिन हर दिन बिकवाली का दबाव बढ़ता जा रहा है और निवेशकों की गाढ़ी कमाई डूबती जा रही है। ऐसे में निवेशकों का कहना है कि दिवाली से पहले मां लक्ष्मी शेयर बाजार से इतनी नाराज क्यों हो गई हैं। ये भी पढ़े:- यस बैंक के शेयरों में गिरावट क्यों? 5 दिनों में आई भारी कमी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिला (Stock Market Crash)
पिछले एक महीने में कई चुनिंदा मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में 50% तक की भारी गिरावट देखने को मिली है। इंडेक्स की बात करें तो सेंसेक्स अपने ऑल-टाइम हाई से करीब 6,500 अंक और निफ्टी करीब 2,100 अंक नीचे आ चुका है। निफ्टी में 8% से अधिक और सेंसेक्स में भी 8% की गिरावट दर्ज की गई है। सेक्टर्स में, डिफेंस इंडेक्स अपने शिखर से 26% तक गिर चुका है। वहीं, ऑटो सेक्टर में 14% और कैपिटल गुड्स में 13.5% की गिरावट आई है। बीते एक महीने में इस तेज बिकवाली ने निवेशकों को झकझोर कर रख दिया है। इस बिकवाली के कारण एक महीने में निवेशकों के 40 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं।
मुनाफावसूली एक बड़ा कारण (Stock Market Crash)
अब सवाल उठता है कि आखिर बाजार में इतनी गिरावट क्यों आ रही है, और यह कहां जाकर समर्थन ले सकता है। हाल की बड़ी तेजी के बाद मुनाफावसूली हो रही है, जिसके चलते निवेशकों को फिलहाल काफी सावधानी से निवेश करना चाहिए। ये भी पढ़े:- धनतेरस से पहले सोने के दाम ने फिर पकड़ी तेजी, चांदी में रिकॉर्ड गिरावट, जानें आज के भाव बाजार में गिरावट के कुछ प्रमुख कारण यह हैं (Stock Market Crash)
विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में तेजी से बिकवाली कर रहे हैं। वे भारत जैसे उभरते हुए बाजारों से पैसा निकालकर चीन में निवेश कर रहे हैं, जहां फिलहाल मूल्यांकन भारतीय बाजार की तुलना में सस्ता है। केवल अक्टूबर महीने में ही विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार Stock Market Crash से 1.08 लाख करोड़ रुपये निकाल लिए हैं, जिससे बाजार पर दबाव बना हुआ है। कई प्रमुख कंपनियों की दूसरी तिमाही के कमजोर परिणाम भी शेयरों की कीमतों पर असर डाल रहे हैं, जिससे बाजार का सेंटीमेंट लगातार बिगड़ता जा रहा है। खासकर ऑटो सेक्टर, एफएमसीजी, और कुछ टेक कंपनियों के कमजोर नतीजों ने बाजार को गहरा झटका दिया है।
सरकारी बैंकों के शेयरों में तेजी देखी गई (Stock Market Crash)
सरकारी कंपनियों के शेयर, रेलवे के शेयर, नई तकनीकी कंपनियों के शेयर, और सरकारी बैंकों के शेयरों में काफी तेजी देखी गई थी, जो उनके वास्तविक ग्रोथ से मेल नहीं खाती। मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में भी कुछ शेयर अत्यधिक बढ़ गए थे, जो अब मुनाफावसूली के चलते भारी गिरावट का सामना कर रहे हैं। महंगे मूल्यांकन वाले इन शेयरों में बिकवाली का दबाव बना हुआ है और कई शेयर अपने उच्चतम स्तर से 50 प्रतिशत तक टूट चुके हैं। इस प्रकार, बाजार में वर्तमान अस्थिरता के चलते निवेशकों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।