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जेएलएल इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार अप्रेल – जून तिमाही में इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के निवेश में नौ गुणा तक उछाल आय़ा। जून तिमाही में इन्होंने 1.35 अरब डॉलर का निवेश किया, जबकि 2020 की जून तिमाही में इन्होंने महज 1.357 मिलियन डॉलर का ही निवेश किया था।भारतीय संपत्तियों को जब्त करने की सूचना को सरकार ने किया खारिज, कहा-कोई नोटिस नहीं मिला
पहली छमाही में आए 2.7 अरब डॉलरजेएलएल इंडिया की प्रमुख राधा धीर ने कहा कि 2021 की पहली छमाही में 2.7 अरब डॉलर का निवेश आया, जो 2020 में आए निवेश का 53 फीसदी हैं। उन्होंने कहा कि निवेशक स्थिति के अनुसार अपने आपको ढाल रहे हैं।
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वेयरहाउसिंग में सर्वाधिक निवेशसंस्थागत निवेशकों ने 2021 की दूसरी तिमाही में अचल संपत्ति में 1.35 अरब डॉलर का निवेश किया, जो इससे पिछले वर्ष केवल 15.5 करोड़ डॉलर था। भंडारण क्षेत्र में सबसे अधिक 74.3 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया है।
खुदरा अचल संपत्तियों में निवेश 27.8 करोड़ डॉलर रहा। पिछले वर्ष इस सेक्टर में किसी भी तरह का निवेश नहीं हुआ था। कोरोना के प्रभाव के बाद कार्यालयों के लिए संपत्ति बाजार में बड़ा निवेश हुआ। इसमें मौजूदा वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान 23.1 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ, जो पिछले साल इसी तिमाही में 6.6 करोड़ डॉलर का था।