ईपीएफ खाते में बरतें सावधानी, अपने आप भी हो सकता है बंद…पैसा निकालने में करनी पड़ सकती है मशक्कत
किस बात का खतरा
अनाज व्यापारी केजी झालानी ने बताया कि अल नीनो का असर खरीफ फसलों पर बुरी तरह से पड़ सकता है। बारिश कम हुई तो चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन के साथ हरी सब्जियों का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है। सितंबर से फेस्टिव सीजन आने वाला है। खाद्य चीजों की डिमांड बढ़ेगी। घरेलू डिमांड बढ़ेगी और उत्पादन कमजोर रहा तो संभवत दामों पर दबाव बनेगा।
घरेलू के बाद निर्यात मांग भी कमजोर, वस्त्र निर्यात घटा, जुलाई से बदलेगा रुझान
सरकार की मजबूरी
मौजूदा समय में सरकार गेहूं, चावल और दालों के दाम कम करने के लिए जूझ रही है। इनकी आपूर्ति बाजार में बढ़ाने के लिए स्टॉक लिमिट जैसे उपाय किए जा रहे हैं। मगर चुनौतियां कम नहीं हो रही है। गेहूं और चावल के दाम में 5 से 6 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। अरहर और उड़द के दालों में 8 फीसदी की तेजी देखी जा रही है।