स्वामीजी ने अब तक 100 से ज्यादा मंदिरों की स्थापना करी और दुनिया को भक्ति योग का मार्ग सिखाया। इसके साथ कई पुस्तकें भी लिखीं। वैदिक साहित्य के प्रसार में इस्कॉन की अहम की भूमिका रही है। पीएम द्वारा जारी 125 रुपये के सिक्के की बात करें तो यह दिखने में आकर्षक है। इसके एक तरफ राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ के साथ 125 रुपये मुद्रित है। सिक्के के दूसरी ओर स्वामी प्रभुपाद की तस्वीर बनी हुई है।
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कई मौकों पर स्मृति सिक्के जारी किए गए
पहले भी ऐसे स्मृति सिक्कों को जारी किया गया है। इसी वर्ष की शुरुआत में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सरकार ने 125 रुपये का सिक्का जारी किया था। समय-समय पर सरकार इस तरह के सिक्के स्मृति चिह्न के रूप में जारी करती रहती है।
कैसे होते हैं ये स्मृति सिक्के?
महापुरुषों की याद में जारी ये सिक्के आम सिक्कों की तरह ही होते हैं। मगर विशेष दिन पर जारी होने के कारण इनका मूल्य अन्य सिक्कों के मुकाबले अधिक होता है। कुछ लोग इन खास सिक्कों को सहजने की कोशिश करते हैं। इस तरह के लोग रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित की गई कीमत पर सिक्कों को खरीद सकते हैं।
कहां से और कैसे खरीद सकते हैं सिक्के?
अगर आप सिक्कों को खरीदने की चाहत रखते हैं तो इसकी बुकिंग कराई जा सकती है। आरबीआई (RBI) के मुंबई और कोलकाता स्थित मिंट ऑफिस इस तरह के खास सिक्के और स्मृति सिक्के को जारी करते हैं। ये भारतीय प्रतिभूति मुद्रण और मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड के तहत आते हैं।
इन सिक्कों को खरीदने के लिए निगम की वेबसाइट (https:// www. spmcil. com/Interface/Home.aspx) पर आवेदन करें। इसके लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होता है। रजिस्टर्ड ग्राहक ही स्मृति सिक्कों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस तरह के सिक्कों को पाने के लिए आरबीआई की वेबसाइट पर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।