11 दिनों में पेटीएम को लगभग 27,000 करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
RBI द्वारा अपनी अधिकांश व्यावसायिक गतिविधियों को रोकने के आदेश के बाद पेटीएम संभावित रूप से अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है। मैक्वेरी के विश्लेषकों सुरेश गणपति और पुनित बहलानी ने नोट में लिखा है कि हाल ही में आरबीआई के प्रतिबंधों के बाद, पेटीएम को ग्राहकों के पलायन का गंभीर खतरा है, जो इसके मुद्रीकरण और व्यापार मॉडल को काफी खतरे में डाल रहा है। आरबीआई ने भुगतान बैंक समेत पेटीएम वॉलेट पर नकेल लगाई। इन पर प्रतिबंध लगाने के बाद पिछले 11 दिनों में पेटीएम को लगभग 27,000 करोड़ रुपये या अपने मूल्य का 57% का नुकसान हुआ है।
ये रही 32 बैकों के नाम की लिस्ट
FASTags के लिए अधिकृत बैंकों में एयरटेल पेमेंट्स बैंक, इलाहाबाद बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, सिटी यूनियन बैंक, कॉसमॉस बैंक, इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक, फेडरल शामिल हैं। वहीं बैंक फिनो पेमेंट्स बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, इंडियन बैंक, इंडसइंड बैंक, जेएंडके बैंक, कर्नाटक बैंक, करूर वैश्य बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, नागपुर नागरिक सहकारी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सारस्वत बैंक , साउथ इंडियन बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, त्रिशूर जिला सहकारी बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और यस बैंक।
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