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वित्त मंत्रालय के प्रभारी मंत्री के तौर पर इंदिरा गांधी पहली महिला थी जिन्होंने 1970 में बजट पेश किया था, लेकिन देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनने का रिकॉर्ड सिर्फ निर्मला सीतारमण के नाम पर ही दर्ज है।
निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने वाली परंपराओं को भी तोड़ा। उन्होंने ब्रिटिश काल से चली आ रही ब्रीफकेस परंपरा या सूटकेस ट्रेडिशन को तोड़ दिया। निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2019 में ब्रीफकेस की बजाय लाल कपड़े की एक पोटली में बजट के कागजात लेकर संसद भवन गईं और बजट पेश किया। जबकि इससे पहले वित्त मंत्री ब्रीफकेस लेकर पहुंचते थे।
कोरोना काल में अपने बजट को पेश करते समय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक और परंपरा तोड़ी। ये परंपरा थी कागज की फाइल के जरिए पढ़ा जाने वाला बजट। महामारी को देखते हुए 2021 में पहली बार पूरी तरह से पेपरलेस डिजिटल बजट संसद में पेश किया गया।
इस वर्ष बजट की कॉपी को छापने की परंपरा बंद की गई। इसी के साथ निर्मला सीतारमण देश की पहली वित्त मंत्री बन गई जिन्होंने बही खातों और कागजों की बजाय टैबलेट के जरिए बजट पेश किया।
एक तरफ निर्मला सीतारमण समय के साथ पुरानी और गैर जरूरी पंपराओं को तोड़ती रहीं तो दूसरी तरफ उन्होंने विस्तार से बजट भाषण भी पेश किया। अब तक के इतिहास में सबसे लंबा बजट भाषण का रिकॉर्ड भी निर्मला सीतारमण के नाम ही दर्ज है। उन्होंने 2020 में लोक सभा में बजट पेश करते समय 2 घंटे 41 मिनट का भाषण देकर नया रिकॉर्ड बना दिया था।
इससे पहले यह रिकॉर्ड एनडीए सरकार के ही एक अन्य वित्त मंत्री जसवंत सिंह के नाम दर्ज था। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे सिंह ने 2003 में 2 घंटे 13 मिनट तक भाषण दिया था।
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