जांच में एक अंक भी गलती से कम दिया तो 100 रुपए कट जाएंगे। मूल्यांकन केंद्र प्रभारी परवीन हुसैन ने बताया कि पहले चरण में कक्षा 10वीं 50 हजार और कक्षा 12वीं की 30 हजार कॉपियां मूल्यांकन के लिए पहुंची है। शनिवार से मूल्यांकन का काम शुरू हो गया।
निजी एवं शासकीय स्कूलों से विभिन्न विषयों के 300 शिक्षक, शिक्षकाएं कॉपियों की जांच करेंगे। दो दिनों में एक हजार से अधिक कॉपियों की जांच पूरी हो गई है। परीक्षा समाप्त होने के बाद मूल्यांकन की गति बढ़ेगी। 5 शिक्षकों उप मुख्य परीक्षक नियुक्त किया गया है। 90 प्रतिशत से अधिक एवं जीरो नंबर वाली कॉपियों की दोबारा जांच होगी। कक्षा 10वीं के हिंदी, गणित, सामाजिक विज्ञान विषय की कॉपी पहुंची है। जबकि 12वीं का हिंदी, अंग्रेजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, इतिहास, अर्थशास्त्र सहित अन्य विषयों की कॉपियां पहुंची है।
बोर्ड ने मूल्यांकन कार्य में नए नियम बनाए है, इस बार कॉपियों की जांच के बाद मूल्यांकनकर्ता ओएमआर शीट नहीं भरेगा, बल्कि कॉपियों की जांच के बाद विद्यार्थी को मिलने वाले अंक सीधे बोर्ड की साइड पर ऑनलाइन पोर्टल पर कॉपी नंबर के साथ मूल्यांकन के दौरान मिले अंक भी दर्ज होगें। कक्ष में प्रवेश करने से पहले अपना मोबाइल बंद कर केंद्र प्रभारी को देना होगा। बोर्ड के नियमों को पालन कर गोपनीयता रखने के निर्देश जारी किए गए है।
एक मूल्यांकनकर्ता को एक दिन में 30 कॉपियों की जांच करना अनिवार्य है। 12वीं की कॉपियों जांच करने पर प्रति कॉपी 13 रुपए और 10वीं की कॉपियां जांचने पर 12 रुपए मिलेंगे। मूल्यांकनकर्ता शिक्षक, शिक्षिका को 3 साल का अनुभव होना जरूरी है। दूसरा चरण की कॉपियां 16 मार्च के बाद मिल सकती है। मूल्यांकन के दौरान केंद्र पर धारा 144 लागू रहेगी।