रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बजालिया शॉफ्ट एनक्लोजर में आरवीटीआर 04 पिछले 53 दिनों से कैद था जबकि सामान्य स्थितियों में किसी भी बाघ को लाए जाने के बाद 14 से 21 दिन का क्वारंटीन रखा जाता है, इसके बाद बाघ को जंगल में विचरण के लिए छोड़ दिया जाता है। बाघिन का इंतजार लंबा होने से अब वन विभाग ने इसे छोड़ने का निर्णय किया है और अब देखना है कि यह बाघ किस इलाके को अपनी टैरेटरी बनाता है। जानकारी अनुसार सरिस्का टाइगर रिजर्व से बाहर निकले टाइगर एसटी 2303 को 10 नवम्बर की शाम को हरियाणा के झाबुआ के जंगलों से ट्रेंकुलाइज कर 11 नवम्बर के अलसुबह रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बजालिया एनक्लोजर में छोड़ दिया गया था। यहां बाघ को आरवीटी 4 का नाम दिया गया है। बाघ की उम्र करीब तीन साल है। दस फीट लम्बा होने के साथ ही यह बाघ दो सो किलो से अधिक वजन का है। बाघ वर्तमान में पूर्ण रूप से स्वस्थ है और क्लोजर में शिकार भी कर रहा था।
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र में वर्तमान में तीन व्यस्क बाघ है, जिनमें से 2 नर व एक बाघिन है जो स्वतंत्र रूप से जंगल में विचरण कर रहे है। बाघिन गत दिनों एक शावक के साथ कैमरे में ट्रेप हुई थी। कोटा अभेडा बायलोजिकल पार्क से लाया गया एक नर बाघ शावक शॉफ्ट एनक्लोजर में है इसके अलावा दो मादा शावक जंगल में विचरण कर रही है। इस तरह जंगल में सात बाघ बाघिन है।