परिवार में पिता के पास एक पुत्र रूपेश बचा है, वह भी गंभीर स्थिति में बूंदी चिकित्सालय में भर्ती है। सोमवार को मां, बेटी व बेटा के शव को अंबेडकर कॉलोनी उंदालिया की डूंगरी बूंदी में ले जाने के बाद मोहल्ले में मातम छा गया। परिवार के लोगों को रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार कह रहा था कि माता रानी के दर्शन गए थे तो उन्होंने उन्हें क्यों नहीं बचाया।
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… तो बच सकती थी जान
लोगों के अनुसार 148 डी गुलाबपुरा से उनियारा तक पेट्रोलिंग वैन है। ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर घायलों को चिकित्सालय में पहुंचाने व क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से हटाया जा सके। यहां पर इस वाहन का अता-पता नहीं है। रविवार शाम दुर्गापुरा के निकट हुई दुर्घटना में घायल कार में काफी देर तक फंसे रहे, यदि मौके पर पेट्रोलिंग वैन व पुलिस में से कोई पहुंच जाता तो लोगों की जान बच जाती।
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तीनों शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है। दुर्घटना में किशन लाल, मिश्रीलाल, व रूपेश घायल हैं। जिनका उपचार बूंदी चिकित्सालय में जारी है।
फतेह सिंह, एएसआई, दबलाना