धरने को संबोधित करते हुए किसान नेता हरजिंदर सिंह ने कहा कि विद्युत निगम को 7 दिन पहले चेतावनी देने के बाद भी प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई। किसान किसी भी कीमत पर निजीकरण बर्दाश्त नहीं करेंगे। युवा किसान नेता गिर्राज गौतम ने कहा कि ग्रामीणों की बिना सहमति के पुरानी व्यवस्था को बदलना किसान हितों में नहीं है। प्रशासन नहीं चेता तो 20 जनवरी से कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन पड़ाव डाला कर कार्यालय पर ताला लगाया जाएगा। पंचायत सदस्य देवकिशन मीणा ने कहा कि इसे ग्रामीण कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। 20 जनवरी से पहले निर्णय नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
मौके पर बूंदी से अधीक्षण अभियंता ने किसानों से दूरभाष पर वार्ता की ओर किसानों की मांग को जयपुर में उच्च अधिकारियों तक रखने की बात कही। इधर किसानों ने कहा की किसी भी व्यक्ति को किसानों की सहमति के गांवों में नहीं घुसने दिया जाएगा।