जानकारी अनुसार स्टेट हाइवे 138 (रामेश्वर चौराहा) आकोदा-फजलपुरा-दरा का नया गांव-बड़गांव-बाल-रेण से सरसोद होते हुए गोठड़ा से निकल रहे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 148 डी तक 35.30 किलोमीटर लंबी सड़क स्वीकृत हुई थी। जिसके लिए 52.38 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। बड़गांव में नदी पर बनाए जा रहे पुल के लिए पूर्व में 15.50 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे, लेकिन पुल निर्माण के लिए यह राशि काफी कम होने से विभाग द्वारा करीब तीस करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर भेज रखा है। राशि स्वीकृत होने पर पुल निर्माण कार्य में गति आएगी। वर्तमान में 40 छोटी पुलियाएं बनाई गई है। दरा का नया गांव, फार्म,बाल में सीसी रोड़ बन गए। सड़क समतलीकरण कर गिट्टी बिछाई जा रही है। गोठड़ा, सरसोद आदि में सीसी रोड़ बनाएं जाएंगे। ऐसे में इस सड़क को बनाने में अब करीब 65.29 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
सड़क निर्माण पूरा होने पर इस मार्ग पर पड़ने वाले तीर्थ स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही सुगम हो जाएगी। इस मार्ग पर गोठड़ा के सांवरिया नाथ मंदिर, त्रिवेणी संगम पर स्थित खरदेश्वर महादेव एवं बूंदी जिले के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रामेश्वर महादेव मंदिर वहीं दूसरी ओर थाना के देवनारायण मंदिर, टहला में स्थित दादी माता मंदिर, मांगली के माताजी मंदिर जुड़ने के साथ इन गांवों के लोगों को जिला मुख्यालय सहित अन्य पंचायतों के गांवों में पहुंचना आसान हो जाएगा। जिससे सैकड़ो लोगों को सुविधाएं मिल सकेगी।
वहीं भीलवाड़ा जिले की सीमा से नेहड़ी-विजयगढ़-थाना-सहसपुरिया-रघुनाथपुरा-डेरोली-टहला बोरखेड़ा-मांगली खूर्द राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 तक करीब 42.75 करोड़ रुपए की लागत से बन रही सड़क का निर्माण कार्य धीमी गति से चलने से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संवेदक द्वारा सड़क पर गिट्टी बिछाकर छोड़ने से धुल के गुब्बार उड़ रहे हैं वहीं सड़क पर बिछाई गई गिट्टी से दुपिया वाहनों का निकलना किसी खतरे से खाली नहीं है। सड़क निर्माण धीमी गति से चलने से लोगों में रोष व्याप्त है।
हेमराज चौधरी, सहायक अभियंता, आरएसआरडीसी बूंदी।