हाड़ौती में बारां जिले में सबसे ज्यादा निगम की देनदारी बकाया चल रही है। जिले में 113 करोड़ 54 लाख रुपए की कुल उधारी है। इसमें सरकारी महकमे पर विभाग का 28 करोड़ 35 लाख बकाया चल रहा है। जबकि शिक्षा नगरी कोटा में निगम का 66 करोड़ 21 लाख रुपए बकाया है। इसमें सरकारी कार्यालयों की 50 फीसदी देनदारी यानि 31 करोड़ 20 लाख रुपए चुकाने है। जबकि बूंदी जिले में 158 करोड़ 45 लाख व झालावाड़ में 68 करोड़ 48 लाख डिस्काम के बकाया चल रहे है।
निगम यू तो समय-समय पर आम उपभोक्ता व सरकारी कार्यालयों में समय-समय पर बिल भेजता है, लेकिन आम उपभोक्ता तो समय-समय पर बिल जमा करा देता है, लेकिन सरकारी महकमों की देनदारी बिल नहीं चुकाने पर बढ़ती जाती है।
हाड़ौती में निगम के 8 लाख 97 हजार 975 उपभोक्ता है। इसमें बारां जिले में 201167, बूंदी में 244091, झालावाड़ में 240755 व कोटा में 211944 उपभोक्ता है। वहीं निगम के अधिकारियों का कहना है कि बकाया वसूली को लेकर अभियान चल रहा है। अधिकारियों को शत प्रतिशत वसूली के निर्देश हैं। बिल राशि जमा नहीं कराने वालों के बिजली कनेक्शन काटे जा रहे है।
हाड़ौती में निगम का 330 करोड़ 62 लाख रुपए सरकारी व गैर सरकारी के बकाया चल रहे है। सभी अधीक्षण अभियंता को बकाया वसूली के निर्देश दे रखे है। वहीं सरकारी महकमों के बकाया के लिए इनके विभागाध्यक्ष को पत्र लिखकर बकाया जमा कराने के लिए बोला है। शेष अन्य उपभोक्ताओं के बकाया जमा नहीं कराने पर कनेक्शन काटे जा रहे है।
गजेंद्र सिंह बैरवा,संभागीय मुख्य अभियंता, कोटा