तीन गुना वसूल रहे है बजरी के दाम
अंडरलोड बजरी परिवहन करने की राज्य सरकार ने सूचना जारी कर रखी है जबकि माफिया वाहनों में 50 से 60 टन अवैध बजरी परिवहन कर रहे हैं। इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती, वही पूर्व में 900 रुपए से 1000 रुपए प्रति टन बजरी उपलब्ध होती थी, वहीं बजरी 1200 से 1400 रुपए प्रतिदिन मिल रही है। जिले में जहाजपुर, देवली, उनियारा की ओर से प्रतिदिन 100 से अधिक बजरी से भरे वाहन बूंदी जिले में प्रवेश करते हैं। इसके बाद कोटा और अन्य जिलों में बजरी परिवहन होता है। इनमें आधे से अधिक वाहन ओवरलोड बजरी परिवहन करते हैं, जो किसी भी नियमों के तहत सही नहीं है। इन पर आज तक किसी अधिकारी ने कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटाई।
तालाब गांव में होते है रात को वाहन खड़े
हाल ही में अवैध खनन के खिलाफ अभियान चलने के बाद बजरी माफिया में हडक़ंप मचा हुआ है।इस काम से जुडे सभी लोग शाम के समय दर्जनों वाहनों को लेकर बजरी लेने बनास नदी में पहुंचते हैं और उसके बाद बजरी परिवहन करके मध्य रात करीब 1 बजे वाहनों को तालाब गांव के आसपास खड़ा कर देते हैं। उसके बाद हाइवे पर छोटे वाहनों से रेकी करते हुए यह रात के अंधेरे में ही बूंदी कोटा व अन्य जिलों में बजरी परिवहन करते हैं, लेकिन पुलिस, खनन या परिवहन विभाग अभी तक इनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाया है। अवैध बजरी से भरे वाहन बूंदी जिले के 6 थाना की सीमा से गुजरते हैं। ङ्क्षहडोली, बसौली, दबलाना, कोतवाली सदर व तालेड़ा थाने की सीमा सडक़ पर होते हुए अवैध बजरी से ओवरलोड वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं।
पुलिस अधिकारियों के साथ लगातार दिन रात क्षेत्र में गश्त की जा रही है , कुछ दिनों में हाइवे टनल के पास एक नाका लगाया जाएगा।
प्रकाश माली खनि अभियंता बूंदी
सडक़ों पर दौडऩे वाले अवैध वाहनों पर समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। गांव की सडक़ों पर भी यदि ओवर लोड वाहन या अवैध बजरी परिवहन होती है तो उनके खिलाफ की कार्रवाई की जाती है ।
राम ङ्क्षसह गुर्जर तहसीलदार हिण्डोली।
यहां से हाइवे एवं अन्य क्षेत्र से गुजरने वाले बजरी से भरे वाहनों की चेङ्क्षकग होती है,जो अवैध परिवहन करते पाए जाते हैं, उनको जब्त कर थाने में खड़ा कर माइङ्क्षनग को कार्रवाई के लिए दिया जाता है। ओवर लोड पर कार्रवाई और विभाग करते हैं।
मनोज ङ्क्षसह सिकरवार, थाना प्रभारी हिण्डोली।