स्वयं को बताती थी मोहन की पत्नी
पुलिस के अनुसार धापू बाई के मोहनलाल के साथ अवैध सम्बन्ध थे। वह खुद को मोहनलाल की पत्नी बताती थी। वह पन्द्रह-बीस दिन में मोहनलाल के पास बूंदी आती थी।
झगड़े की राशि देने का बना रहा था दबाव
धापू बाई ने पुलिस को बताया कि मृतक मोहनलाल के साथ उसके अवैध संबंध थे। वह शादीशुदा थी। नाते जाने के लिए महिला पर उसका पति दो लाख रुपए झगड़े की राशि देने का दबाव बना रहा था, लेकिन मृतक मोहनलाल उसे राशि नहीं दे रहा था। इससे नाराज होकर धापू बाई ने पति के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी महिला ने अपने पति के साथ शडयंत्र रचकर मोहनलाल की हत्या कर दी।
मृतक की धोती से बांध दिए हाथ-पैर
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वारदात वाले दिन धापूबाई अपने पति और दस वर्षीय बेटी के साथ रात 9 बजे तक मोहनलाल के कमरे में थी। उसने मोहनलाल पर उसे रुपए देने के लिए दबाव बनाया। रुपए नहीं देने पर धापू बाई ने पति के साथ मिलकर पहले मोहनलाल का सिर दीवार पर दे मारा। उसके बाद उसकी धोती से हाथ-पैर और मुंह को बांध दिया। फिर मोहनलाल की छाती पर बैठकर उसका गला दबा दिया।
यह थे टीम में शामिल
वारदात का खुलासा करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा, उप अधीक्षक अमरसिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी तेजपाल सिंह व डीएसटी प्रभारी मुकेश के नेतृत्व में टीम गठित की गई। इन टीमों को अभियुक्त की तलाश के लिए मध्यप्रदेश व राजस्थान रवाना किया गया।
फोन और नकदी लेकर हुई फरार
हत्या करने के बाद धापू बाई मृतक मोहनलाल का मोबाइल फोन, कान की सोने की मुरकियां, नकदी व घरेलू सामान लेकर फरार हो गई।