दरअसल, शिकारपुर की शिवलोक काॅलोनी निवासी पूर्वा शर्मा के साथ उसके भाई-बहन पिता के जेल में बंद होने से परेशान हैं। पूर्वा का कहना है कि उसकी मां का देहांत हो चुका है। वहीं पिता विक्रम सिंह काेर्ट में बाबू के पद पर तैनात थे, जिनको एक फर्जी मामले में फंसाते हुए 2018 में जेल भेज दिया गया था। पूर्वा ने बताया कि अब उसकी व उसके छोटे भाई-बहन की देखभाल बुआ कर रही हैं। कुछ दिन पहले पूर्वा ने राष्ट्रपति को एक पत्र लिखते हुए कहा था कि वह और उसका भाई भुखमरी के कगार पर हैं, शिक्षा का भी कोई साधन नहीं हो पा रहा है। उनके पिता जेल में बंद है, जिनको फर्जी तरीके से फंसाया गया है, लेकिन उनकी जमानत भी नहीं हो पा रही है।
पूर्वा के पत्र पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तरफ से उत्तर प्रदेश सरकार को समस्या के समाधान को लेकर आदेश पहुंचते ही हड़कंप मचा गया। इसके बाद खुर्जा प्रशासन के अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची। एसडीएम ईशा प्रिया ने बताया कि पीड़ित बच्चों के खानपान व शिक्षा में रिश्तेदार मदद कर रहे हैं, लेकिन पिता के जेल में बंद होने व मां के देहांत के कारण बच्चे परेशान हैं। इसको लेकर पिता विक्रम सिंह के अधिवक्ता से संपर्क साधा गया तो उन्होंने बताया कि मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। अगले महीने जमानत मिलने की संभावना है।