यह भी पढ़े- नोएडा शूटआउट लाइव एनकाउंटर: देखिये, कैसे ढेर हुआ ढाई लाख का इनामी बदमाश बलराज बुलंदशहर के ककोड़ थाना क्षेत्र के वैर की रहने वाली देवीन्द्री अब इस दुनिया में नहीं है। लेकिन, देवीन्द्री के साथ जो हुआ और फिर उसके बाद जो किया गया वह साइंस के जमाने में देश और समाज को ये बताने के लिए काफी है कि अभी भी लोगों में जागरुकता की बहुत कमी है। राजधानी दिल्ली से महज 70 किलोमीटर दूर बुलंदशहर के वैर में सांप काटे का जिस तरह इलाज किया गया वह देखेंगे तो आपकी भी रूह कांप उठेगी। दरअसल, 35 वर्षीय देवीन्द्री घर से कुछ ही दूरी पर लगी आरा मशीन से चूल्हे पर खाना बनाने के लिए लकड़ियां लेने गई थी और अचानक लकड़ियों के पीछे छिपे सांप ने देवीन्द्री को डंस लिया। सांप के काटने की बात देवीन्द्री ने जब अपने पति मुकेश को बताई तो घर में लोगों की भीड़ जमा हो गई। लेकिन, किसी ने भी देवीन्द्री को इलाज के लिए अस्पताल ले जाना बेहतर नहीं समझा और इलाज के लिए एक सपेरे को बुला लिया।
यह भी पढ़े- 50 साल के पति के चंगुल से छूटी इस किशोरी की दर्दभरी दास्तां सुन रो देंगे आप सपेरे ने दावा किया कि वह किसी भी जहरीले जानवर का जहर आसानी से निकाल सकता है। इसके बाद सपेरे के कहने पर परिजन और पड़ोसियों ने देवीन्द्री गोबर में दबा दिया। इस तरह कई घंटे तक देवीन्द्री गोबर में दबी रही और आखिरकार देवीन्द्री की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। अब सवाल ये उठाता है कि देवीन्द्री को गोबर में दबाककर खुद को सपेरा बताने वाला युवक देवीन्द्री का कौन सा इलाज कराना चाहता था? आज के इस दौर में भी ऐसे लोगों पर कैसे यकीन किया जा सकता है। अगर समय रहते देवीन्द्री का इलाज कराया जाता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी।