नरसेना थाना क्षेत्र में चेकिंग के नाम पर रोका बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह बताया कि उनके ऑफिस में 31 दिसंबर को कविन्द्र पुत्र जितेन्द्र निवासी ग्राम सैनी थाना ईकोटेक-3 जनपद गौतम बुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) ने एक शिकायती प्रार्थनापत्र दिया था। इसमें बताया गया था कि वह 24 दिसंबर को शाम करीब 5 बजे अपनी पत्नी, महिला और पुरुष मित्र के साथ थाना नरसेना क्षेत्र से गुजर रहा था। इस बीच थाना नरसेना पुलिस ने चेकिंग के दौरान उसकी गाड़ी रोक ली। उसको चेक किया गया। गाड़ी में कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। गाड़ी के पेपर उसके पास नहीं थे। दोनों महिलाओं को नरसेना थाना प्रभारी ने उनके घर छुड़वा दिया। इसे बाद कविन्द्र को गाड़ी समेत थाने ले गए। वहां रात भर उनको रखा गया। आरोप है कि दूसरे दिन सुबह नोएडा से आए उसके भाई से थाना प्रभारी ने 50 हजार रुपये लिए और 151 में चालान कर दिया। गाड़ी का भी चालान किया गया।
थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध मिली एसएसपी ने कहा कि प्रथम दृष्टया जांच में थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई। लेन-देन के संबंध में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। घटनाक्रम की वजह से थाना प्रभारी की भूमिा संदिग्ध लगी। इस वजह से थाना प्रभारी नरसेना संजय कुमार और सिपाही मनीष कुमार को तत्काल प्रभाव से निलबिंत किया गया है। अगर कोई पुलिस का कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।