जानकारी के अनुसार, बुलंदशहर के गांव ताजपुर के रहने वाले शहजाद पुत्र हामिद के घर पुलिस टीम दबिश के लिए गई थी। मौके पर पुलिस ने गैंगस्टर को हिरासत में ले लिया। सूचना मिलने पर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर इक्टठा हो गई। ग्रामीणों ने पहले तो पुलिस से धक्का-मुक्की की। बाद में हमला कर ग्रामीणों ने शहजाद को पुलिस की हिरासत से छुड़ा लिया। मामले की सूचना मिलने पर मौके पर अन्य थानों से पुलिस बुलाई गई। बाद में पुलिस ने हमला करने वाले फरमान, जावेद, मुरसलीन, रिजवान, मोहम्मद कासिम और मोहसीन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अफसरों का कहना है कि कोतवाली देहात में तैनात दरोगा सरताज व एक कांस्टेबल के साथ मारपीट की गई। मारपीट की वजह से उन्हें चोटें आई है। एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीणों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
मालूम हो कि 3 दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना के चिंगरावठी चौकी के पास कथित गोवंश को लेकर दंगा भड़क गया था। जिसमें स्याना कोतवाली इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की जान चली गई थी। उसके बाद भी जिले में पुलिस पर हमले की वारदात नहीं रुक रही है।