पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक रविवार शाम महिला धर्मस्थल पर पहुंची थी। आरोप है कि करीब सात घंटे बाद यानी रात 12 बजे पुजारी सत्यनारायण दास, वेदराम और यशपाल उसे अर्द्धनग्न अवस्था में घर के बाहर फेंककर चले गए। इस दौरान उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था और उसका एक पैर टूटा हुआ था। परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी थी। आरोप है कि पुलिस सोमवार दोपहर तक भी मौके पर नहीं पहुंची। लापरवाही दिखाते हुए पुलिस ने मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टाल दिया और मंगलवार दोपहर बाद महिला के शव का पैनल में पोस्टमार्टम कराया गया।
यह भी देखें: पैठ बाजार में लगी आग में आधा दर्जन दुकानें जलकर राख उधर, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी महिला के शव की हालत देखकर हैरान रह गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार महिला के साथ न केवल सामूहिक दुष्कर्म हुआ बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी कोई चीज डाली गई, जिससे अंदरूनी हिस्सा तक फट गया। साथ ही उसकी बाईं सातवीं पसली भी टूटी हुई मिलीं और बायां फेफड़ा फटा हुआ था। महिला का बायां पैर टूटा हुआ मिला है। इस मामले में एसएसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि उघैती थाना क्षेत्र में लगभग 50 वर्षीय महिला का शव मिला था। परिजनों की तहरीर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ हत्या व दुष्कर्म का मुकदमा लिख लिया गया है। सभी नामजदों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। इस मामले में इंस्पेक्टर की लापरवाही सामने आई है। हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।