17 साल पहले बदायूं में क्या हुआ था?
बदायूं में 17 साल पहले जरीफनगर के गांव खरखोल में हत्या का बदला लेने के लिए एक युवक पान सिंह की हत्या कर दी गई थी। घर में लूटपाट के बाद पान सिंह को कुल्हाड़ी से काटकर मार डाला गया था। इस केस में 16 आरोपी बनाए गए थे जिसमें से दो आरोपियों की मौत हो चुकी है। अब इसी सिलसिले में कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है। 2007 में खरखोल गांव में एक युवक राधेश्याम की हत्या हो गई थी। पान सिंह के पिता हरपाल सिंह ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हत्या के एक हफ्ते बाद ही अलसुबह उसके घर वालों ने हरपाल सिंह के घर में घुसकर तोड़ फोड़ और मारपीट की। इसके बाद पान सिंह को घर से उठा लिया और मंदिर के पास कुल्हाड़ी से काट कर मार डाला।
16 आरोपियों पर चल रहा था मुकदमा
हत्या व डकैती की धाराओं में हरपाल की ओर से 12 लोगों को नामजद किया गया था। इसके बाद पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल करते समय चार और नाम शामिल किए थे। 16 में से दो आरोपियों की मौत हो गई थी। अब अदालत में 17 साल के बाद सुनवाई के बाद 23 जुलाई को विशेष न्यायाधीश ने राधेश्याम के सगे भाई उरमान समेत 14 लोगों को दोषी करार दिया। बृहस्पतिवार को इन सभी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और सभी को जेल भेज दिया गया है।