वर्ष 2005 में सलमान की फिल्म ‘लकी: नो टाइम फॉर लव’ आई। इस मूवी से स्नेहा उल्लाल ने बॉलीवुड में पर्दापण किया। ऐश्वर्या राय से मिलती-जुलती शक्ल के कारण मूवी को हाइप भी मिला। स्नेहा भी आते ही चर्चा में आ गईं। हालांकि इससे फिल्म को कोई फायदा नहीं मिला।
‘पीआर रणनीति का हिस्सा’
खुद की तुलना ऐश्वर्या से होने के बारे में स्नेहा ने कहा कि मैं अपनी स्कीन के साथ सहज महसूस करती हूं और मेरी तुलना किसी से होने पर दिक्कत नहीं है। हां, यह एक पीआर रणनीति का हिस्सा था कि मुझे ऐसे ही प्रचारित किया जाए। इसके चलते पूरा जोर एक जैसी दिखने पर ही दिया गया। वैसे, ये इतनी बड़ी बात नहीं होती।
‘एक्टिंग कॅरियर की शुरूआत कुछ ज्यादा ही जल्दी’
अभिनेत्री ने कहा कि मुझे अपने जीवन में पछतावा नहीं है, लेकिन लगता है कि मैंने अपने एक्टिंग कॅरियर की शुरूआत कुछ ज्यादा ही जल्दी कर दी। अगर इंतजार करती, तो शायद मैं खुद को बेहतर तरीके से ट्रेंड कर सकती थी या चीजों के महत्व को अच्छे से समझ सकती थी। गौरतलब है कि स्नेहा अब 15 साल बाद जी5 के थ्रिलर शो ‘एक्सपायरी डेट’ से डिजिटल डेब्यू करने वाली हैं। यह दो जोड़ों की कहानी है, जिसमें शादी के बाद प्रेम संबंधों को दिखाया गया है।
इंटीमेट सीन कई बार होते हैं मुश्किल
स्नेहा ने बताया, ‘ऐसे दृश्य फिल्माना मेरे लिए मुश्किल हो जाता है, मुझे लगता है कि ऐसा हर कलाकार के साथ होता होगा। यदि ऐसे सीन को सही ढंग से व्यवस्थित नहीं किया गया है या सही ढंग से कोरियोग्राफ नहीं किया गया है, तो वे माहौल को सहज नहीं रखते हैं। इससे मेरा प्रदर्शन प्रभावित होता है। इसीलिए मेरे लिए ऐसे सीन करना कभी-कभी मुश्किल हो जाता है। निजी जीवन में भी मुझे चीजें व्यवस्थित रखना बहुत जरूरी होता है।’