लेकिन इसका असर उन्होंने अपनी फिल्मों पर कभी नहीं होने दिया बल्कि अंतिम समय तक वो काम करती रहीं। मीना कुमारी ने मशहूर निर्देशक कमाल अमरोही से शादी की थी। कमाल अमरोही ने ही फ़िल्म पाकीज़ा का निर्देशन किया था। इसी फिल्म के दौरान एक दिलचस्प घटना हुई थी, जब फिल्म के लोगों को डाकुओं ने घेर लिया था।
दरहसल फिल्म की शूटिंग के ही दौरान कमाल अमरोही और मीना कुमारी के साथ एक दिलचस्प घटना घटी। विनोद मेहता लिखते हैं कि ‘आउटडोर शूटिंग पर कमाल अमरोही अक्सर दो कारों पर जाया करते थे। एक बार दिल्ली जाते हुए मध्यप्रदेश में शिवपुरी में उनकी कार में पैट्रोल खत्म हो गया। अमरोही ने तय किया कि रात कार में सड़क पर ही बिताएंगे। अमरोही को आइडिया नहीं था की वो इलाका डाकूओं का था। आधी रात के बाद करीब एक दर्जन डाकुओं ने उनकी कारों को घेर लिया। उन्होंने कारों में बैठे हुए लोगों से कहा कि वो नीचे उतरें। कमाल अमरोही ने कार से उतरने से इनकार कर दिया और कहा कि जो भी मुझसे मिलना चाहता है, मेरी कार के पास आए।’
बातचीत हुई और पता चला कि इस काफिले में मीना कुमारी हैं जो फिल्म की शूटिंग के लिए जा रही थीं। ये जानकर डाकुओं के सरदार की आंखें चमक उठी वो मीना कुमारी से मिले और उनके रात भर ठहरने का इंतजाम भी किया। सुबह उन्होंने उनकी गाड़ियों में पेट्रोल भी भरवाया और उन्हें अच्छे से विदा किया लेकिन जाने से पहले उन्होंने मीना कुमारी से उनके हाथ पर चाकू से ऑटोग्राफ देने को कहा। कहा जाता है कि बड़ी हिम्मत जुटाकर मीना कुमारी ने वो ऑटोग्राफ दिया था।
बता दें कि कमाल अमरोही वो शख्स हैं जिन्होनें मुगल-ए-आजम, महल, रजिया सुल्तान और पाकीजा जैसी कई बेहतरीन फिल्में डायरेक्ट की हैं। वह बॉलीवुड के सबसे प्रसिद्ध डायरेक्टर्स में से एक थे। मीना कुमारी जब पहली बार कमाल अमरोही से मिली थी, तब वह शादी शुदा थे। लेकिन इसके बावजूद भी दोनों एक-दूसरे को प्यार करने लगे थे और इसके बाद साल 1952 में दोनों ने शादी कर ली । वह प्यार से एक-दूसरे को मंजू और चंदन कहा करते थे। लेकिन इस रिश्ते में बेहद जल्दी दरार आ गई थी। ऐसा कहा जाता था कि कमाल अमरोही मीना कुमारी के लिए बेहद पसेजिव थे।