वह अपने निजी जीवन के कारण सुर्खियों का हिस्सा बने रहे। कहा जाता है कि लोगों की मदद करने में कभी पीछे नहीं हटते। कई फिल्ममेकर का करियर संवार दिया लेकन क्या आप जानते हैं कि सुपरस्टार राजेश अपनी नौकरानी के घर मदद के लिए आधी रात को पहुंच गए थे। जानिए क्या है पूरा मामला…
काका अपने स्टाफ की हर जरूरतों का पूरा ख़्याल रखते थे। उनके बच्चों की पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्च उठाने में कभी पीछे नहीं हटे। ऐसा ही एक वाकया तब का है जब काका दिल्ली आ गए थे। यहां उनकी नौकरानी की बहन बेहद बीमार हो गई और उसकी बाईपास सर्जरी करानी पड़ी। राजेश खन्ना की जीवनी ‘कुछ तो लोग कहेंगे’ में यासिर उस्मान लिखते हैं कि दिल्ली में राजेश खन्ना के घर काम करने वाली उनकी नौकरानी की बहन की बाईपास सर्जरी होनी थी।
राजेश ने उसकी सर्जरी का पूरा खर्चा उठाया था। सर्जरी के बाद डॉक्टर ने कहा कि करीब 3 महीने तक कोई काम नहीं कर सकती। ये बात कहीं ना कहीं उन्हें चुभ गई। राजेश खन्ना इस बात को लेकर परेशान हो गए कि अगर 3 महीने काम नहीं करेगी तो उसका घर कैसे चलेगा। भूपेश के पास आधी रात को फोन किया और कहा कि जिप्सी निकाल। वह हैरान रह गए लेकिन जिप्सी निकाली… कुर्ते पायजामे में राजेश बाहर निकले और कहा कि जनरल स्टोर वाले को फोन करो और बोलो कि 6 महीने का राशन बड़े-बड़े डिब्बों और जार में पैक कर रखे। भूपेश ने हैरान होकर कहा कि ये तो सुबह भी कर लेते तो उन्होंने कहा कि नहीं…अभी, इसी वक्त’।
आधी रात को 6 महीने का राशन जिप्सी में लादकर राजेश खन्ना भूपेश के साथ दिल्ली की लोधी कॉलोनी के पास बनी झुग्गियों में पहुंचे। और उस नौकरानी के घर सारा सामान पहुंचवा दिया। भूपेश की माने तो वह हमेशा मदद के लिए तैयार रहते थे।
फिल्मों की बात करें, तो राजेश खन्ना ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी थीं। इस सूची में ‘सफर’, ‘ट्रेन’, ‘आनंद’, ‘दुश्मन’, ‘कटी पतंग’, ‘आराधना’, ‘आन मिलो सजना’ जैसी कई फिल्मों का नाम शुमार हैं। आज भी सिनेमा जगत उनके द्वारा कई दशकों तक फिल्मों में दिए गए अपने अमूल्य योगदान को याद करता है।