जब स्मिता पाटिल के एक पोस्टर ने मचा दिया था तहलका, हैंडपंप के नीचे नहाती आई थीं नज़र
बेहद ही कम वक्त में लोगों पर अपनी छाप छोड़ने का काम एक्ट्रेस स्मिता पाटिल ने बखूबी किया। महज 31 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था, लेकिन अपने इतने कम वक्त की जिंदगी में उन्होंने पहचान, रुतबा, नाम, शोहरत का स्वाद जरूर चख लिया था।
बतौर एक्ट्रेस स्मिता पाटिल ने इंडस्ट्री में बेहद ही अलग पहचान बनाई थी। दरअसल स्मिता पाटिल ने हमेशा से ही अपनी फिल्मों को चुनने में बड़ी सावधानी बरती। उन्होंने हमेशा ही वो फिल्में चुनी जिनमें महिलाओं को कमजोर न दिखाया गया हो और इसी तरह से उन्होंने बॉलीवुड में चली आ रही अभिनेत्री की एक बनी बनाई इमेज को तोड़ने का काम किया था। अपने इंटरव्यू के दौरान भी उन्होंने हमेशा ही खुलकर इस बात का विरोध किया कि कैसे कमर्शियल फिल्में उन्हें आकर्शित नहीं करतीं। इसी तरह अपने फिल्मों के चुनाव और उनके कैरेक्टर को लेकर कई बार स्मिता पाटिल चर्चा में भी रहीं। उसी का उदाहरण है फिल्म चक्र।
इस फिल्म में स्मिता पाटिल ने नसीरुद्दीन शाह और कुलभूषण खरबंदा के साथ काम किया था। फिल्म के एक पोस्टर में स्मिता पाटिल बेहद ही कम कपड़ो में एक हैंडपंप के नीचे नहाती हुई दिखाई दी थीं। तब के दौर में उस तरह का पोस्टर एक बड़ा विषय माना गया था। तब स्मिता पाटिल ने पोस्टर पर मचे विवाद पर डिस्ट्रीब्यूटर्स पर अपना भी गुस्सा जाहिर किया था।
इसका सबूत है स्मिता पाटिल का एक पुराना इंटरव्यू। प्रसार भारती अभिलेखागार ने स्मिता पाटिल के पुराने इंटरव्यू का वो अंश बी जारी किया जिसमें उन्होंने अपने उस पोस्टर पर खुलकर बात की थी। इतना ही नहीं इस इंटरव्यू में अभिनेत्री, पत्रकार नलिनी सिंह से फिल्मों में महिलाओं के चित्रण पर बात करती दिखाई दी थीं।
यह भी पढ़ेंःमां अमृता सिंह की फिल्म के इस एक सीन की वजह से सारा अली खान को होना पड़ा था शर्मिंदा वो इसी दौरान अपने फिल्म के पोस्टर पर भी बात करती दिखीं। पत्रकार नलिनी सिंह ने उनसे पूछा था, ‘आपका जो इश्तेहार निकला था जो देश भर में काफी मशहूर हुआ। जिसमें आप समझिए.. आधा बदन नंगा कल के नीचे बैठकर नहा रही हैं। वो पोस्टर आपने कैसे देशभर में मशहूर होने दिया?’
जवाब में स्मिता पाटिल ने कहा था, ‘देखिए मेरे हाथ में वो बात होती तो मैं बिलकुल वैसा नहीं होने देती। चक्र अच्छी फिल्म है चली भी लेकिन एक औरत का.. जो झुग्गी झोपड़ी में रहती है, उसका नहाना देखने के लिए आप रुकेंगे नहीं। ये भी नहीं सोचेंगे कि उसके पास रहने के लिए घर नहीं है तो नहाने के लिए कहां से होगा। पोस्टर से जुड़ी बात डिस्ट्रीब्यूटर्स के हाथों में होती है।’
यह भी पढ़ेंः अपनी शादी बचाने के लिए जब नूतन ने मार दिया था एक्टर संजीव कुमार को थप्पड़ उन्होंने आगे कहा था, भारतीय दर्शकों पर यह बात फ़ोर्स की गई है… शायद ये न भी हो कि देखिए जी इसमें तो औरतों के आधे नंगे शरीर हैं तो आप फिल्म देखने के लिए आएं। ये बहुत गलत है। फिल्म अगर सच्चे दिल से बनी है तो वो जरुर चलेगी, सिर्फ ऐसे पोस्टर्स से नहीं चलेगी फिल्म।