इसके बाद उन्होंने मुंबई छोड़ने का फैसला कर लिया। मुंबई छोड़ने से पहले वे फिल्म के निर्माता महेश भट्ट के पास गए और उन्हें काफी खरी—खोटी सुनाई। उन्होंने महेश भट्ट को कहा कि वह 6 महीने से इस रोल की प्रैक्टिस कर रहे थे। वे वॉकिंग स्टिक को बेड के बगल में रख कर सोते थे। यहां तक की वे धोती पहन कर पार्क जाते थे।
अनुपम ने बताया कि वे 3 साल से बॉम्बे में रह रहे थे मगर काम नहीं मिल रहा था। वे रेलवे प्लेटफॉर्म पर सोते थे और दोस्तों के यहां खाते थे। अनुपम को धक्का लगा जब उन्हें इस बात का पता चला कि शूटिंग के 10 दिन पहले ही उन्हें फिल्म ने निकाल दिया गया है। ऐसे में वह हताश हो गए और काफी गुस्सा भी आया। उन्होंने शहर छोड़ने का फैसला लिया।
जाने से पहले वे महेश भट्ट से मिले और उनको खूब खरी—खोटी सुनाई। उन्होंने बताया, ‘मैंने महेश भट्ट से कहा कि आपसे बड़ा फ्रॉड कोई नहीं है, आपने मेरे साथ चीट किया है। इस रोल को करने के लिए मैं पिछले 6 महीने से प्रैक्टिस कर रहा हूं। ये चीट है और मैं ब्राह्मण हूं आपको श्राप देता हूं। इसके बाद महेश भट्ट ने उन्हें फिर से वह रोल दे दिया। इस फिल्म के लिए अनुपम को नेशनल अवॉर्ड भी मिला था।