उन दिनों वह पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे। एक पुराने इंटरव्यू में अनुपम खेर ने खुलासा किया था कि उनके पास अपने पैरेंट्स को ऑडिशन के लिए पैसे मांगने की हिम्मत नहीं थी। ऐसे में उन्होंने अपनी मां के पास से पैसे चोरी कर लिए। आइए आपको बताते हैं पूरा किस्सा…
रेलवे प्लेटफ़ॉर्म पर कई दिनों तक सोना पड़ा था भूखे पेट 7 मार्च, 1955 को शिमला में जन्मे अनुपम खेर का पढ़ाई में ज्यादा मन नहीं लगता था। आज अपनी बेबाक बोली के लिए जाने जाने वाले अनुपम खेर बचपन में शर्मीले थे। हालांकि पढ़ाई की जगह वह एक्टिंग का अच्छा खासा शौक रखते थे। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से 3 साल की अभिनय की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने इस क्षेत्र में कामयाबी का सपना मन में लिए मुंबई की ओर रुख किया। लेकिन यहां कामयाबी मिलना आसान कहां था। अनुपम खैर ने खुद ये बात मीडिया को बताई कि वह जब मुंबई आए तो उन्हें एक महीना रेलवे प्लेटफॉर्म पर सोना पड़ा था। जेब में पैसे ना होने के कारण कई बार उन्हें भूखे रात गुजारनी पड़ती थी। बार बार मिल रहे रिजेक्शन्स ने उन्हें तोड़ दिया था।
मां के पैसे चुराए फिर मार खाई अनुपम खेर बताते हैं कि ‘मैंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग में एडमिशन लिया था। इसी बीच मैंने इंडियन थियेटर, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ का एक एड देखा, जिसमें छात्रों को वॉक-इन ऑडिशन के लिए आमंत्रित किया गया था। चयनित छात्रों के लिए 200 रुपये की छात्रवृति का भी वादा किया गया था। मेरे पास किराये के लिए पैसे नहीं थे और अपने पैरेंट्स से ये मांगने की हिम्मत नहीं थी मेरे पास। इसलिए मैंने पैसे चोरी कर लिए। ये पैसे मेरी मां ने मंदिर में रखे थे। ऑडिशन के बाद जब मैं घर लौटा तो देखा कि मेरे पैरेंट्स ने पुलिस को बुला लिया है. मेरी मां ने मुझसे पूछा कि क्या मैंने यहां से पैसे लिए हैं तो मैंने इनकार कर दिया। लेकिन, एक हफ्ते बाद जब मेरे पिता ने मुझसे पूछा कि तुम उस दिन कहां गए थे। तो मैंने उन्हें सारा सच बता दिया. यह सुनते ही मेरी मां ने मुझे एक जोरदार थप्पड़ दिया। इस पर मेरे पिता ने कहा कि चिंता मत करो उसे 200 रुपये की स्कॉलरशिप मिल रही है, जिससे वह 100 रुपये लौटा देगा। और ऐसे मुझे अपने एडमिशन के बारे में पता चला।’
29 साल की उम्र में निभाया 70 साल के बूढ़े का रोल अनुपम खेर के सिर पर बाल ना होने के कारण उन्हें कोई फिल्मों में रोल देने को तैयार नहीं था। अनुपम खेर को बस एक मौका चाहिए था और उन्हें ये मौका 29 साल की उम्र में मिला जब उनके पास आई उनकी पहली फिल्म सारांश। हालांकि ये रोल भी उन्हें आसानी से नहीं मिला. इसके लिए उनकी महेश भट्ट से बहस भी हुई। दरअसल, सारांश के लिए अनुपम खेर को फाइनल कर लिया गया था लेकिन फिर अचानक ही उनको इस फिल्म से हटाने की बात चलने लगी। 29 साल के अनुपम खेर को 70 साल के एक रिटायर अफसर का रोल प्ले करना था। महेश भट्ट ने इस किरदार के लिए संजीव कुमार जैसे बड़े अभिनेता को चुना था। ये बात जब अनुपम खेर को पता चली तो उन्होंने महेश भट्ट को खूब सुनाया। बाद में महेश भट्ट ने अपनी गलती मानते हुए फिर से ये किरदार अनुपम खेर को दे दिया। अनुपम खेर ने भी इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और इस एक ही फिल्म से सबकी नजरों में आ गए।
इसके बाद वह तेजाब, राम-लखन, परिंदा, चालबाज़, सौदागर, डर, रिफ्यूजी, पहेली, ए वेडनसडे, जब तक है जान, द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर जैसी कई फिल्मों में नजर आए। अनुपम के वर्क फ्रंट की बात करें तो, उनकी आने वाली फिल्म विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स’ है, जिसमें मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी और दर्शन कुमार अहम किरदारों में हैं। ये फिल्म 11 मार्च 2022 को रिलीज होगी। उनके पास सूरज बड़जात्या की फिल्म ‘उंचाई’ भी है, जिसमें उनके अलावा अमिताभ बच्चन, डैनी डेन्जोंगपा, नीना गुप्ता, बोमन ईरानी, सारिका और परिणीति चोपड़ा नजर आएंगी।