साल 1996 में एक फिल्म सूचना व्यापार पत्रिका को दिए एक इंटरव्यू में आमिर खान ने खुलासा किया था कि जब उनकी फिल्में फ्लॉप होती हैं तो वह रोते हैं, उन्होंने यह भी बताया था कि वो कितनी आसानी से रो सकते हैं, उन्होंने कहा था कि मैं रोता हूं। जब मेरी फिल्म फ्लॉप होती है तो मैं बहुत रोता हूं। मैं खुद को एक कमरे में बंद कर रोता हूं। एक हिट भी मुझे रुलाती है, लेकिन वे खुशी के आंसू हैं। मैं बहुत आसानी से रोने लगता हूं।
मैं सेट पर खूब रोया भी था आमिर खान ने बताया था कि एक बार मैं सेट पर खूब रोया भी था। ये तब हुआ जब हम फिल्म ‘दिल’ की शूटिंग कर रहे थे और मुझे ठीक से डांस स्टेप नहीं मिल रहा था। उस समय मुझे अपने आप पर गुस्सा आ रहा था। जब सरोज खान मेरे पास आए और कदम को फिर से समझाने की कोशिश की। इसके बाद भी जब मुझसे नहीं हुआ तो मैं अपने आंसुओं को रोक नहीं सका और पूरी यूनिट के सामने रोने लगा।
इसी दौरान आमिर ने बताया था कि जब चीजें गलत होती हैं, तो मैं निराश महसूस करता हूं, लेकिन मैं इसके कारण नहीं बदलता हूं। मैं पहला एक्टर था जिसने स्टार सीलिंग सिस्टम शुरू होने से बहुत पहले अंधाधुंध तरीके से फिल्में साइन करना बंद कर दिया था। उस समय मुझे मूर्ख समझा गया था, लेकिन मेरा दृढ़ विश्वास था कि कहीं न कहीं, किसी न किसी को स्टैंड लेना ही होगा। आज, बहुत सारे कलाकार हैं जिन्होंने एक बार में कम फिल्में करने के फायदों को महसूस किया है।
आमिर खान ने आगे बताया था कि वह अपनी फिल्मों की रिलीज से पहले हमेशा तनाव में रहते हैं। तनाव के कारण, अभिनेता का दावा है कि उसे भूख कम लगती है और उनकी नींद पूरी नहीं होती है।