रमन कुमार के निर्देशन में बनी फिल्म ‘साथ-साथ’ 1982 में आई थी। इसमें दीप्ति के साथ फारूक शेख मुख्य भूमिका में हैं। इस फिल्म की कहानी गीता नामक युवती पर केंद्रित है, जो धनी परिवार से ताल्लुख रखती है। इस लड़की को आदर्शवादी अविनाश से प्यार हो जाता है, जो सख्त नैतिक मानकों के अनुसार ही अपना जीवन बिताता है। दोनों की शादी के बाद उन्हें कई परेशानियां होती हैं।
1982 में रिलीज हुई भारतीय कॉमेडी फिल्म ‘अंगूर’ में दीप्ति, संजीव कुमार और देवेन वर्मा दोहरी ने शानदार अभिनय किया है। यह फिल्म एक जैसे जुड़वां बच्चों के 2 जोड़ों के बारे में है, जो जन्म के समय अलग-अलग हो जाते हैं। फिर बड़े होने के बाद ये चारों अपने उलझे हुए जीवन को कैसे सुलझाते हैं, यह फिल्म यही बताती है।
‘फिराक़’ 2008 की एक राजनीतिक थ्रिलर फिल्म है, जो गुजरात में 2002 में हुए दंगे के एक महीने बाद की कहानी है। यह फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए क्योंकि यह दंगे के बाद आम लोगों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को दिखाती है। इस फिल्म के विवरण के मुताबिक यह हजारों सच्ची कहानियों पर आधारित है। अभिनेत्री नंदिता दास ने पहली बार इस फिल्म से ही निर्देशन की शुरुआत की और इसमें दीप्ति के अलावा नसीरुद्दीन शाह, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और परेश रावल हैं।
अगर आपको ड्रामा फिल्म देखना पसंद है, तो अविनाश कुमार सिंह द्वारा निर्देशित फिल्म ‘लिसेन…अमाया’ जरूर देखें। यह फिल्म 2013 में आई थी और इसमें दीप्ति, फारूक शेख और स्वरा भास्कर ने अभिनय किया है। इस फिल्म की कहानी एक महत्वाकांक्षी लेखिका अमाया के बारे में है। इसमें वह इस वास्तविकता को स्वीकार करने के लिए संघर्ष करती है कि उसकी विधवा मां का एक लड़के के साथ अफेयर चल रहा है।