यामी ने इस फिल्म में इंटेलिजेंस आॅफिसर का किरदार निभाया है। अपने किरदार की तैयारी को लेकर यामी ने बताया कि वह खुद किसी इंटेलिजेंस आॅफिसर से नहीं मिली हैं। फिल्म के लेखक और निर्देशक आदित्य धर कुछ अधिकारियों से मिले थे और वर्कशॉप के दौरान बारिकियां समझाई और लुक पर काम किया।
‘उरी’ से आया यह बदलाव:
यामी ने बताया, ‘उरी’ के प्रमोशन दौरान जब हम सेना के अधिकारियों से मिले तो उनसे जो बातें हुई और उनके अनुभव जाने, वह मैं कभी नहीं भूल सकती। उनसे मिलकर यह समझ आया कि हम लाइफ में छोटी-छोटी बातों पर बवाल कर देते हैं लेकिन सेना के लोग जिस हालात में बॉर्डर पर हमारे लिए संघर्ष करते हैं अगर उसका एक फीसदी भी हम अपनी जिंदगी में अपना लें तो बहुत बड़ी बात होगी।
हाल में यामी ने ‘उरी’ के प्रचार के लिए अमृतसर का दौरा किया। उस दौरान अमृतसर में बीएसएफ रेजिमेंट ने भी उन्हें सराहना का एक टोकन दिया है और फिल्म उरी का हिस्सा होने और उसमें उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया।
नई सोच का दौर:
यामी ने कहा,’अब बॉलीवुड में नई सोच का दौर है। नए लोग आ रहे हैं और वो अच्छा काम कर रहे हैं। उनके इस काम को दर्शक पसंद भी कर रहे हैं। मुझे खुशी है कि मैं भी इस बदलाव का हिस्सा हूं।’