अमिताभ बच्चन
आज अमिताभ बच्चन की एक आवाज़ सुनने के लिए और उनकी एक झलक दिखने के लिए लोग घंटों लाइन में खड़ें रहना पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं इस मुकाम को हासिल करने के लिए अमिताभ बच्चन ने कितनी मेहनत की थी। अमिताभ को कई बार उनकी भारी आवाज़ और पतली टंगों की वजह से नौकरियां नहीं मिलती थीं। ऐसे में पैसों की तंगी की वजह से वह मरीन ड्राइव के बेंच पर सो कर अपनी रातें निकाला करते थे। यही नहीं लगभग अमिताभ की 12 फिल्में फ्लॉप हो गई थीं।
बावजूद इसके उन्होंने संघर्ष को जारी रखा और आज वह सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के नाम से जाने जाते हैं। बिग बी को पद्म विभूषण, पद्म भूषण, पद्म श्री, भारत के राष्ट्रपति “मेडलियन ऑफ ऑनर”, और मानद डॉक्टरेट के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
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शाहरुख खान
बॉलीवुड में किंग खान के नाम से मशहूर शाहरुख खान भी गरीबी से उठकर आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं। जैसा कि सब जानते हैं कि शाहरुख खान दिल्ली के रहने वाले हैं। बताया जाता है कि वह दिल्ली में होने वाली रामलीला में बंदरों का किरदार निभाते थे। यही नहीं पैसा कमाने के लिए वह सिनेमाघरों के बाहर खड़े होकर टिकट बेचा करते थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक्टर की पहली कमाई महज 50 रुपए थे। वहीं शाहरुख के ऐसे अभिनेता हैं। जिन्होंने अपनी पहली ही फिल्म डर से विलेन का रोल निभाकर खूब लोकप्रियता हासिल की थी।
रजनीकांत
रजनीकांत जिन्होंने अपनी पहचान एक सुपरस्टार के नाम से बनाई है। सालों बाद भी रजनीकांत जब बड़े पर्दे पर आते हैं। तो अपने अनोखे अंदाज से लोगों का दिल जीत लेते हैं। लेकिन एक जमाना था। जब इस सुपरस्टार को लोग साधारण व्यक्ति समझते थे। बताया जाता है कि रजनीकांत ने बस-कंडक्टर, कुली और बढ़ाई जैसी नौकरियां की हैं। उनकी लाइफ में कई बाधाएं आईं, लेकिन उन्होंने बड़ी ही समझदारी से उनका सामना किया। आज साउथ इंडस्ट्री में लोग रजनीकांत को भगवान के रूप में भी पूजते हैं। यही नहीं पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे भी पुरस्कारों से उन्होंने सम्मानित किया गया है।
दिलीप कुमार
दिलीप कुमार का नाम हिंदी सिनेमा जगत के दिग्गज कलाकारों में की लिस्ट में शुमार है। जितना दिलीप कुमार अपनी फिल्मों को लेकर जाने जाते हैं। उतना ही वह अपनी संघर्षभरी जिंदगी के लिए भी जाने जाते हैं। बताया जाता है कि फिल्मी करियर की शुरूआत से पहले दिलीप कुमार सड़क किनारे फल बेचा करते थे। यही नहीं एक आर्मी क्लब में सैंडविच का स्टॉल भी चलाते थे। इस बीच एक्ट्रेस देविका रानी दिलीप कुमार की जिंदगी में उनका फरिश्ता बनकर आईं। उन्होंने उन्हें फिल्म में काम करने का मौका दिया और ऐसे दिलीप कुमार स्टार बन गए। यही नहीं मार्मिक किरदारों की वजह से वह ट्रेजड़ी किंग के भी नाम से मशहूर हो गए।
द एवरग्रीन एक्टर के नाम से हिंदी सिनेमा जगत में पहचान बनाने वाले देव आनंद का अनोखा स्टाइल आज भी लोगों के बीच मशहूर हैं। देव आनंद ने ही हिंदी सिनेमा जगत को अपनी फिल्मों से नई परिभाषा दी थी। लेकिन आप जानते हैं कि इस सफलता का स्वाद लेने से पहले वह एक मामूली क्लर्क हुआ करते थे। जिसके बाद एक सैन्य अधिकारी ने देव आनंद के भीतर छुपे कलाकार को सबके सामने लाने की कोशिश की। जो कि सफल साबित हुई।
दमदार बॉडी और दमदार डायलॉग्स से लोगों को दीवाना बनाने वाले एक्टर धर्मेंद्र की लिए भी फिल्म इंडस्ट्री में नाम बनाना इतना आसान नहीं था। एक शो के दौरान धर्मेंद्र ने बताया था कि कैसे वह मुंबई में घर ना होने के कारण गैराज में सोया करते थे। वह ड्रिलिंग फर्म में काम करते थे। जहां उन्हें मात्र 200 रुपए मिलते थे। लेकिन उनकी कड़ी मेहनत के बाद उन्हें यह नाम और मुकाम हासिल हुआ।
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अक्षय कुमार
बॉलीवुड में हैंडसम और फिट मैन के नाम से मशहूर अक्षय कुमार एक जमाने में होटल में काम करते थे। जी हां, यह उन दिनों की बात है जब अक्षय कुमार स्ट्रगल कर रहे थे। वह एक होटल में शेफ और वेटर का काम किया करते थे। यही नहीं बाज़ारों में वह कपड़े भी बेचा करते थे।
अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती जब अपने सपनों को पूरा करने के लिए मुंबई आए थे। तब उनके पास खाने और सोने तक के पैसे नहीं थे। एक शो के दौरान उन्होंने बताया था कि वह टंकी में और बिल्डिंग की छतों पर सोया करते थे। अक्सर उन्हें उनके काले रंग की वजह से रिजेक्ट कर दिया जाता था। जिसकी वजह से उनका संघर्ष उनके लिए और भी कड़ा हो गया था। लेकिन आज अभिनेता डिस्को मैन के नाम से मशहूर हैं।
बोमन ईरानी
कहते हैं ना कि सफलता उम्र देखकर नहीं मिलती है। बोमन ईरानी भी उन अभिनेताओं में से एक हैं। जिन्हें देर ही सही लेकिन सफलता मिली। 44 साल की उम्र में बोमन को पहला ब्रेक मिला था। इससे पहले वह द ताज होटल में एक वेटर की नौकरी किया करते थे। यही नहीं बोमन ईरानी की मां की एक बेकरी शॉप थी। जिस पर वह वेफर्स बेचा करते थे।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के जीवन का संघर्ष लोगों को मेहनत करना सिखाता है। अभिनेता एक किसान परिवार से ताल्लुक रखेत हैं। परिवार बड़ा होने की वजह से उन्होंने वॉचमैन से लेकर कैमिस्ट बॉय तक की नौकरी की। लेकिन कुछ समय बाद वह मुंबई अपनी किस्मत अजमाने चले आए। साल 1999 में उनकी फिल्म सरफरोश आई। लेकिन 10 साल अभिनेता को उनका मुकाम मिला। आज नवाज बेहतरीन कलाकारों की गिनती में आते हैं। यही नहीं उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाज़ा जा चुका है।