श्रद्धा कपूर की फिल्म ‘स्त्री 2’ की कहानी है शानदार (Stree 2 Movie Review)
“स्त्री 2” की कहानी चंदेरी के डरावने शहर में घटित होती है, जहां अब खौफनाक आत्मा सरकटा का आतंक फैला हुआ है। इसमें पहली फिल्म में पुरुषों को तंग करने वाले भूत पर ध्यान केंद्रित किया गया था, वहीं इस सीक्वल में एक नई और खतरनाक ताकत को पेश किया गया है, जो आधुनिक और सशक्त महिलाओं को अपना निशाना बनाती है। कहानी बिक्की (राजकुमार राव), बिटू (अपारशक्ति खुराना), जेडी (अभिषेक बनर्जी) और रुद्र (पंकज त्रिपाठी) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो मिलकर रहस्यमयी स्त्री से अपने गांव को सरकटा के विनाशकारी खतरे से बचाने की कोशिश करते हैं। “स्त्री 2” एक बेहतरीन तरीके से निर्मित फिल्म है, जो निर्देशन, संवाद और निष्पादन के मामले में उच्च स्तर की है। अमर कौशिक का निर्देशन अतुलनीय है, जो हॉरर और कॉमेडी को सहजता से मिलाने की गहरी समझ को प्रदर्शित करता है। उन्होंने इस फिल्म में एक ऐसा संतुलन स्थापित किया है जो शैली के नए मानक को सेट करता है, और यह दर्शाता है कि हॉरर रोमांचक और मनोरंजक दोनों हो सकता है।’स्त्री 2′ के संवाद न केवल तीखे हैं बल्कि मजाकिया भी हैं, जो फिल्म की सफलता में अहम भूमिका निभाते हैं। फिल्म का निष्पादन भी अत्यंत प्रभावशाली है। सावधानीपूर्वक तैयार किए गए दृश्यों से लेकर शानदार अभिनय तक, “स्त्री 2” के हर पहलू ने इसके प्रभावशाली अनुभव में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
फिल्म में हर अभिनेता का प्रदर्शन वास्तव में सराहनीय है। राजकुमार राव ने बिक्की के रूप में एक अद्वितीय चित्रण पेश किया है । हॉरर और कॉमेडी के मिश्रण को उन्होंने अपनी एक्टिंग के माध्यम से बहुत ख़ूबसूरती से बड़े परदे पर दिखाया है । श्रद्धा कपूर ने भी अपनी भूमिका में गहराई और आकर्षण डालते हुए एक प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। पंकज त्रिपाठी ने, जैसे हमेशा, अपनी प्रभावशाली उपस्थिति से हर दृश्य में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। अपारशक्ति खुराना और अभिषेक बनर्जी ने भी अपनी बेहतरीन अदाकारी से फिल्म की गुणवत्ता को और बढ़ाया है।
‘स्त्री 2’ में श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की है जबरदस्त एक्टिंग (Shraddha Kapoor And Rajkummar Rao Movie)
फिल्म के म्यूजिक की चर्चा हर जगह हो रही है।फिल्म के गाने दर्शकों को बेहद पसंद आये है ।फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर हॉरर और कॉमेडी का एक बेहतरीन मिश्रण प्रस्तुत करता है, जो सस्पेंस और खौफनाक टोन को मनमोहक धुनों के साथ कुशलता से जोड़ता है। सचिन-जिगर ने म्यूजिक के माध्यम से फिल्म में अतिरिक्त रंग भर दिया है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी और प्रोडक्शन डिजाइन भी काबिले तारीफ हैं। फिल्म के सेट्स ने चंदेरी के खौफनाक माहौल को पूरी तरह से जीवंत किया है। यह फिल्म न केवल दर्शकों को हंसाती है बल्कि उन्हें एक शानदार सिनेमाई यात्रा पर भी ले जाती है।