बता दें कि, 2 अक्टूबर को गोवा जाने वाले एक क्रूज पर छापेमारी के बाद आर्यन खान को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने हिरासत में लिया था. बाद में उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। लगभग 3 सप्ताह जेल में बिताने के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट से उन्हें जमानत दिए जाने के बाद उन्हें आर्थर रोड जेल से रिहा कर दिया गया। अब यह मामला विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंप दिया गया है।
मामले को केंद्रीय टीम में ट्रांसफर किए जाने के बाद ऐसी खबरें थीं कि समीर वानखेड़े इस केस को लीड नहीं करेंगे। इस बारे में बात करते हुए समीर वानखेड़े ने एएनआई को बताया, “मुझे जांच से नहीं हटाया गया है। यह अदालत में मेरी रिट याचिका थी कि मामले की जांच एक केंद्रीय एजेंसी द्वारा की जाए। इसलिए आर्यन मामले और समीर खान मामले की जांच दिल्ली एनसीबी की एसआईटी से की जा रही है। यह दिल्ली और मुंबई की एनसीबी टीमों के बीच कोर्डिनेशन है।