इस फिल्म में यश के साथ ही संजय दत्त भी अहम भूमिका में नजर आ रहे हैं। उन्होंने फिल्म में ‘अधीरा’ की भूमिका निभाई है। ‘अधीरा’ के लुक ने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। संजय दत्त के लुक और शानदार अभिनय ने सबका ध्यान खीच लिया हैं।
हाल ही में संजय दत्त से एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि- साउथ फिल्मों और हिंदी फिल्मों के बीच क्रिएटिविटी में क्या अंतर हैं। इसका जवाब देते हुए संजय दत्त कहते हैं कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री हीरोइज्म को भूल गई है, जबकि साइट इंडस्ट्री नहीं भूली।
जब आगे पूछा गया कि- क्या एक्शन से भरपूर इन बड़ी टिकट वाली फिल्मों के कारण ही साउथ इंडस्ट्री बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता हासिल कर रही है? जिस पर संजय दत्त कहते हैं कि- “मुझे लगता है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री हीरोइज्म या साहस को भूलती जा रही है, जबकि साउथ फिल्म इंडस्ट्री इस बात को नहीं भूली। मुझे उम्मीद है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में यह चलन वापस आएगा।
आपको बता दे कि रिलीज होने के बाद से ही ‘केजीएफः चैप्टर-2’ दुनिया भर के सिनेमाघरों की 10,000 स्क्रीन्स चलाई जा रही हैं। पहले दिन इसके 50,000 से ज्यादा शो दिखाए गए हैं। अभी तक इस फिल्म की लोकप्रियता खत्म नहीं हुई हैं।