दरअसल, कपूर परिवार की पेशावर में एक हवेली है जो 1918 में बनी थी। इस पुश्तैनी घर को पृथ्वीराज कपूर के पिता बिशेश्वरनाथ कपूर ने बनवाया था, बाद में देश के विभाजन के वक्त 1947 में पूरा परिवार भारत आ गया। ऋषि कपूर का इसीलिए पेशावर से गहरा नाता है, एक बार 1990 में जब वो वहां गए थे तो अपने घर की मिट्टी लेकर आए थे। ऋषि कपूर ने साल 2017 में एक ट्वीट भी किया था और पाकिस्तान जाने की अपनी इच्छा जाहिर की थी। ऋषि कपूर ने लिखा था- मैं 65 का हो गया हूं और मरने से पहले पाकिस्तान देखना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे अपनी जड़ों को देखें। बस करवा दीजिए। जय माता दी!
ऋषि कपूर की कई कोशिशों के बाद साल 2018 में परिवार की पेशावर में पुश्तैनी हवेली को एक संग्रहालय बना दिया गया था। कपूर परिवार उस दौर में पाकिस्तान की शान हुआ करता था। 1930 में ऋषि कपूर के बाबा पृथ्वीराज कपूर अपने करियर को लेकर मौजूदा भारत आए थे। तब से फिल्म इंडस्ट्री में कई दशकों से कपूर परिवार राज कर रहा है। ऋषि कपूर और इरफान खान के जाने से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा है। कई सेलेब्स ने इसे एक युग का अंत बताया है।