छोड़ देते हैं अपनों का साथ ऋचा ने ब्लॉग में नेपोटिज्म को लेकर लिखा,’कहा जा रहा है कि इंडस्ट्री आउटसाइडर्स और इनसाइडर्स के बीच बंटी हुई है। मेरा मानना है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री और पूरा इको सिस्टम केवल दयालु और निर्दयी लोगों के बीच बंटा है। मुझे लगता है कि इंडस्ट्री एक फूड चेन की तरह संचालित होती है। जब लोेगों को लगता है कि वे खुद इस राह पर चल सकते हैं तो अपनों का साथ छोड़ देते हैं।’
ऋचा ने ब्लॉग में आगे लिखा कि कुछ ऐसे इनसाइडर्स भी हैं जो मदद करने वाले हैं और दयालु हैं। वहीं कुछ आउटसाइडर्स ऐसे होते हैं जो घमंड में चूर रहते हैं। अभिनेत्री ने लिखा, मेरे कॅरियर के शुरुआती दौर में आउटसाइडर्स की वजह से मेरा रोल काट दिया गया था। मैंने इससे उबरने में बहुत ताकत लगाई और अपनी पहचान खुद बनाई।’
ऋचा ने अपने ब्लॉग में कुछ फिल्ममेकर्स पर भी निशाना साधा। उन्होंने लिखा, ‘कई फिल्ममेकर जो एक महीने पहले शोक संदेश दे रहे थे, ये वही लोग हैं जिन्होंने ऐन वक्त पर उन अभिनेत्रियों को रिप्लेस कर दिया, जो उनके साथ सोने से इंकार कर देती थीं। साथ ही कुछ के बारे में बार—बार ये कहा गया कि इसका कुछ नही होगा।’
इन्होंने ही सुशांत को कहा था भला—बुरा अभिनेत्री ने आगे ब्लॉग में लिखा कि सुशांत के दोस्तों और गर्लफ्रेंड को लेकर भद्दे कमेंट्स किए जा रहे हैं। ये वही प्रशंसक हैं, जिन्होंने सुशांत को उस वक्त भला—बुरा कहा था जब उन्होंने ‘पद्मावत’ पर स्टैंड लिया था। अब वे अभिनेता के प्रियजनों को गालियां दे रहे हैं।’