महेश भट्ट ने अपने कॅरियर की शुुरुआत 26 साल की उम्र में ही कर दी थी। उन्होंने साल 1974 में आई फिल्म ‘मंजिलें और भी हैं’ से निर्देशन में डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने फिल्मों में निर्देशन का मन बना लिया।
महेश भट्ट की अगली फिल्म लहू के दो रंग थी। इसके बाद से लोग उन्हें पहचानने लगे थे। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कारोबार किया साथ ही दो फिल्मफेयर अवॉर्ड भी जीते। फिल्म में शबाना आजमी और विनोद खन्ना थे। यहां से उनके निर्देशन की रफ्तार तेज हो गई। उन्होंने अर्थ, शारांश, जख्म, सडक़, नाम, दिल है कि मानता नहीं, हम हैं राही प्यार के, राज, आशिकी, जिस्म, चाहत, दुश्मन, जुनून, मर्डर, गैंगस्टर, दस्तक, कलयुग, जहर जैसी हिट फिल्मों का सफल निर्देशन किया।
महेश भट्ट ने अनु अग्रवाल, पूजा भट्ट, कंगना रनौत , बिपाशा बासु, सनी लियोनी, मल्लिका शेरावत, अनुपम खेर , अक्षय कुमार , डीनो मोरिया, इमरान हाशमी, और राहुल रॉय जैसे एक्टर्स को पहला मौका दिया था।
महेश भट्ट ने साल 1970 में किरण भट्ट से लव मैरिज की थी, जिनसे उन्हें पूजा भट्ट और राहुल भट्ट दो बच्चे हैं। लेकिन बाद में किरण भट्ट ने किसी कारण से उनसे तलाक ले लिया। तलाक के बाद साल 1986 में महेश भट्ट ने सोनी राजदान से लव मैरिज की, जिनसे उन्हें शाहीन और आलिया भट्ट दो बेटियां हैं।
कहा जाता है कि महेश भट्ट के प्यार में पागल अभिनेत्री परवीन बॉबी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था। कुछ समय बाद उसी कमरे में उनकी बॉडी मिली, पोस्मार्टम में जहरीली चीजों के सेवन से मौत होने का कारण सामने आया था। इतना ही नहीं, परवीन बॉबी के सुसाइड करने के पीछे भी महेश भट्ट का नाम ही सामने आया था, जिसे उन्होंने स्वीकारा भी था।
एक बार इंटरव्यू में महेश भट्ट ने बताया था कि अगर पूजा भट्ट उनकी बेटी ना होती, तो वे उनसे शादी कर लेते। इतना ही नहीं एक मैग्जीन के कवर पेज के लिए महेश भट्ट और पूजा भट्ट ने लिपलॉक फोटोशूट कराया था, जिसके लिए इन दोनों की खूब आलोचना हुई थी।
बेशक, आज सनी लियोन को सबने स्वीकार लिया हो, लेकिन एक समय था जब महेश भट्ट फिल्म इंडस्ट्री के खिलाफ जाकर सनी को फिल्म जिस्म 2 के लिए साइन किया था। कुछ लोगों ने इसका विरोध किया था कि पोर्न एक्ट्रेस बॉलीवुड का हिस्सा कैसे बन सकती है।