वहीं नवाज की पत्नी आलिया सिद्दीकी (Alia Siddiqui) द्वारा दर्ज करवाए गए छेड़छाड़ के मामला में पुलिस की ओर से उन्हें और उनके परिवार को क्लीन चिट दे दी है. पुलिस ने नवाज और उनके मामले में दर्ज उनके परिवार के सभी सदस्यों के खिलाफ जांच पूरी करने के बाद कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट लगाई, लेकिन स्पेशल पॉक्सो कोर्ट ने पुलिस की इस क्लोजर पर अपना ऐतराज जताया है. साथ ही क्लोजर रिपोर्ट को पुलिस को लौटा दिया है.
इतना ही नहीं स्पेशल पोक्सो कोर्ट ने पुलिस से शिकायतकर्ता को पेश करने का भी आदेश दिया है. जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना काल के दौरान साल 2020 में जुलाई में ‘हीरोपंती 2’ एक्टर नवाज की पत्नी आलिया सिद्दीकी ने मुंबई के वर्सोवा थाने में अपने पति नवाजुद्दीन और अपने देवर अयाजुद्दीन, फैयाजुद्दीन, मिनाजुद्दीन के साथ-साथ अपनी सास मेहरुनिशा के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज करवाया था, जिसको बाद में मुंबई के वर्सोवा थाने से उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना थाने में ट्रांसफर कर दिया गया था.
आलिया सिद्दीकी ने केस दर्ज करवाते हुए अपने ससुराल वालों पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि साल 2012 में जब वे बुढ़ाना में अपने ससुराल गई थीं, तो उनके देवर मिनाजुद्दीन ने उनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ की थी, लेकिन उस समय उनके पति नवाजुद्दीन ने पुलिस में शिकायत करने से मना कर दिया था. इसके अलावा आलिया ने आरोप लगाया था कि जब उन्होंने इस बात का विरोध किया तो उनके देवर फैयाजुद्दीन और अयाजुद्दीन ने उनकी सास मेहरुनिशा के साथ मिलकर उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट की थी.
साथ ही आलिया ने अपने पति पर भी आरोप लगाया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि उन्होंने जब ये बात नवाज को बताई तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया था और आलिया को भी ऐसा करने से रोक दिया. वहीं इससे पहले साल 2012 के इस छेड़छाड़ के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी की गिरफ्तार पर रोक लगा दी थी.
बुढ़ाना पुलिस ने भी इस मामले की जांच करने के बाद नवाज और उनके परिवार को क्लीन चिट दे दी ती और क्लोजर रिपोर्ट स्पेशल पॉक्सो कोर्ट में जमा करा दी थी, लेकिन जज संजीव कुमार तिवारी ने इस क्लोजर रिपोर्ट पर ऐतजार जताया और रिपोर्ट को वापस लौटा दिया था. अब देखना ये है कि इस मामले से एक्टर कब और कैसे बाहर आते हैं.