कैसे बना ऐतिहासिक गाना नाटू नाटू- इस गाने को शूट करने में कुल 20 दिन लगे थे और 43 रीटेक्स में शूटिंग पूरी तरह से कंप्लीट की गई थी। इन 20 दिनों में रिहर्सल के साथ-साथ गाने की शूटिंग भी पूरी कर ली गई थी। हालांकि इस गाने को कोरियोग्राफ करने में प्रेम रक्षित को पूरे दो महीने का समय लगा। प्रेम रक्षित फिल्म निर्देशक राजामौली के साथ काफी लंबे समय से जुड़े हुए हैं। जब पहली बार राजामौली कोरियोग्राफर प्रेम के पास गाना लेकर गए थे, तब उस पल प्रेम रक्षित थोड़ा डर गए थे, क्योंकि दोनों सुपरस्टार्स को एक साथ नचाना बहुत बड़ी बात थी। प्रेम रक्षित ने कहां कि ‘मैं इस प्रेशर में रहता था कि कहीं भी मेरी वजह से ये सुपरस्टार एक दूसरे से कमतर न दिखें। मुझे दोनों को ही समान एनर्जी में दिखाना था।’
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सॉन्ग नाटू नाटू के कोरियोग्राफर ने खुद बताया कि आखिर इस ऐतिहासिक सॉन्ग को बनाने में उन्हें क्या-क्या करना पड़ा। प्रेम रक्षित ने कहा ‘मैंने इस सॉन्ग को एक चैलेंज की तरह लिया है। किसी एक स्टार के साथ काम करना आसान होता है। हर एक सुपरस्टार का अपना तरीका और स्टाइल होता है। ऐसे में दो अलग स्टाइल को एक साथ एक एनर्जी में ढालना वाकई चैलेंजिंग था। इन दोनों के एक्स्पीरियंस को मैंने एक ही स्केल में मिलाकर डांस की तैयारी की थी। मुझे इस गाने को कोरियोग्राफ करने में दो महीने लग गए थे। आप ही देखें, जब दोनों चलकर एक साथ आते हैं, तो उनकी चाल में भी वो परफेक्शन नजर आना चाहिए था। मैंने दोनों के लिए 110 मूव्स तैयार किए थे। इस बीच जब भी नर्वस होता, तो राजामौली का साथ मिलता था, क्योंकि उनका स्पोर्ट मुझे बहुत साहस देता है।’
कौंन हैं प्रेम रक्षित- ‘नाटू-नाटू’ सॉन्ग को प्रेम रक्षित ने कोरियोग्राफ किया है। कोरियोग्राफर प्रेम ने इंटरव्यू में कहा कि ‘मैंने यह इंडस्ट्री अपने मां-पिताजी की वजह से ज्वॉइन की थी। मैं बहुत ही गरीब परिवार से आया हूं। जब मुझे पहली बार 2008 में अवॉर्ड मिला था, तो मैंने यही कहा था कि मैं यह अवॉर्ड लेने स्टेज पर नहीं आया हूं, बल्कि मैं अपने मां-पापा के सामने खुद को सरेंडर करने आया हूं। आज मेरे काम को ग्लोबल लेवल पर पहचान मिल रही है, इससे बड़ी अचीवमेंट और क्या हो सकती है। ये देश के लिए गौरव की बात है।’