परवीन बॉबी
70 के दशक में अपनी खूबसूरती और एक्टिंग से लोगों के दिलों के जीतने वाली परवीन बॉबी ( parveen babi ) उस समय की बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक थी। उन्होंने अकेले ही लगभग 12 फिल्में अमिताभ बच्चन के साथ की थी। उस जमाने में परवीन सबसे मंहगी एक्ट्रेस की गिनती में आती थी। ऊंचाई पर मौजूद परवीन को महेश भट्ट ( Mahesh Bhatt ) से प्यार हो गया था। उनका प्यार उनकी आखिरी सांस लेकर माना। महेश भट्ट संग रिश्ते टूटने के बाद परवीन बॉबी अंदर से टूट चुकी थी। जिसका असर साफ उनकी बिगड़ती हालत पर देखने को मिला।
परवीन पैरानायड स्कित्जोफ्रेनिया बिमारी की जकड़ में आ गई। 56 साल की उम्र में उनकी दशा ऐसी हो गई थी कि वो बिस्तर से उठ भी नहीं पा रही थी। फिर एक दिन 20 जनवरी 2005 के दिन परवीन बॉबी ने दम तोड़ दिया। अकेले रहने की वजह से उनकी खबर किसी ने नहीं ली। लेकिन 3 तीनों तक जब उन्होंने ब्रेड और दूध नहीं लिया तो पुलिस को खबर की गई। दरवाजा खोलने पर परवीन बैड पर लेटी हुई थी। लेकिन उनकी लाश पूरी तरह से सड़ चुकी थी।
ए.के.हंगल
‘इतना सन्नाटा क्यों है भाई’ डायलॉग से बॉलीवुड को अपना दीवाने बनाने वाले ए.के.हंगल ( A k hangal )। पिता, दादा, वकील, और पति हर रोल में जमते थे ए.के.हंगल। हिंदी फिल्मजगत के दिग्गज कलाकारों में शमिल ए.के.हंगल के पास बिमारी में इलाज करवाने तक के पैसे नहीं थे। उनकी इस हालत के बारें में शायद ही कोई जानता होगा। तंगी से परेशान हंगल को कई बिमारियों ने घेर लिया था। वहीं जब ये बात अभिनेता अमिताभ बच्चन ( Amitabh Bachchan ) को पता चली तो उन्होंने तुरंत हंगल की बिमारी के लिए 20 लाख रूपये भेजे। लेकिन हालात नाजुक होने के कारण हंगल ने अपनी सांस छोड़ दी।
गीताजंली नागपाल
उभरती अभिनेत्रियों में से एक गीताजंली नागपाल ( Geetanjali Nagpal ) वो एक्ट्रेस है जिन्होंने पूर्व मिस यूनिवर्स संग रैंप वॉक किया था। उनकी खूबसूरती के चलते उन्हें फिल्मों में काम मिलना शुरू हुआ। उन्हें कामयाबी भी मिली और बेहद जल्द उनके हाथ से चली भी गई। दरअसल, ड्रग्स के चलते गीताजंली ने अपने करियर को पूरी तरह से तबाह कर दिया। 2007 में गीतांजली सड़को पर भीख मांगती नज़र आईं। वहीं तंगी से गुज़र रही गीताजंली को ड्रग्स ऐसी लत लगी की उन्होंने घरों में नौकारानी का काम करना शुरू कर दिया। 2008 में गीताजंली ने अपनी आखिरी सांस ली।
निशा नूर
साउथ के सुपरस्टार कमल हसन संग काम कर चुकी निशा नूर ( Nisha Noor ) का नाम सफल अभिनेत्रियों में शामिल है। लेकिन इनके जीवन की कहानी काफी दर्दनाक है। एक वक्त पर जिन प्रोड्यूसर और लोगों की लाइन निशा की पीछे लगी होती थी उन्होंने उनसे किनारा कर लिया था। वहीं एक डायरेक्टर ने उन्हें वेश्यावृत्ति के कारोबार में धकेल दिया था। जिसकी वजह से उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से मुंह मोड़ लिया।
वहीं अचानक से एक बार खबर आई कि निशा का नागोर दरगाह के पास गिरी मिली है। जब लोगों ने उनकी हालत देखी तो सभी चौंक गए। उनकी पूरे शरीर पर चिटियां थी। वहीं पता चला कि वो एड्स जैसी खतरनाक बिमारी का शिकार हो चुकी है। एड्स के चलते उनकी हालत खराब होती रही और 2008 में उनकी मौत हो गई।
विमी
सुनील दत्त ( Sunil Dutt ) के साथ सुपरहिट फिल्म हमराज से हिंदी सिनेमाजगत पर छाने वाली विमी की असल जिंदगी की कहानी काफी दुखद है। विमी ( Vimmi ) जहां एक सुपरहिट फिल्म से नाम कमाया था। तो दूसरी तरफ पंतागा फिल्म के फ्लॉप होने से वो नाम भी उन्होंने गवाह दिया। शादी के बाद पति से वो प्यार नहीं मिला जो वो चाहती थी।
उन्होंने पति के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया। बिजनेस करने के मन से वो कोलकत्ता चली गई। लेकिन शराब की लत की वजह से उनका सब कुछ बिक गया। समय के चलते विमी की हालत खराब होने लगी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी मौत हो गई। सबसे दुखद बात ये थी उनको मारने के बाद भी किसी का सहारा नहीं मिला। उनके शव को कंधों की बजाय ठेले पर ले जाया गया।