अभिनेता अशोक कुमार ने मीना कुमारी को निर्देशक कमाल अमरोही से मिलवाया था। बाद में कमाल अमरोही ने अपनी एक फिल्म में उन्हें रोल ऑफर किया। यह फिल्म शुरू हो पाती उससे पहले 21 मई 1951 को मीना कुमारी का एक एक्सीडेंट हो गया। वह काफी समय तक हॉस्पिटल में एडमिट रहीं। इस वजह से वह डिप्रेशन में चली गई। कमाल अमरोही अक्सर हॉस्पिटल जाते और एक्ट्रेस का हाल-चाल पूछते। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं। जब भी दोनों नहीं मिल पाते थे तब चिट्ठियों के जरिए बात करते थे।
मीना कुमारी को 4 महीने तक हॉस्पिटल में रहना पड़ा और उस समय कमाल ही उनका ध्यान रखे रहे थे। उन्होंने जिस तरह मीना कुमारी की देखभाल की, ससे मीना कुमारी के दिल में उनके लिए प्यार बढ़ने लगा। गौरतलब है कि कमाल पहले से शादीशुदा थे और उनके 3 बच्चे भी थे। मीना कुमारी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुईं तो कमाल ने उन्हे फिल्म ‘अनारकली’ के लिए साइन किया, लेकिन यह फिल्म शुरू नहीं हो पाई। निर्माता को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा और यह फिल्म बंद हो गई।
मीना कुमारी और कमाल अमरोही एक दूसरे से प्यार करने लगे थे। आखिरकार 14 फरवरी 1952 को उन्होंने गुपचुप तरीके से शादी कर ली। उस वक्त मीना कुमारी की उम्र केवल 18 साल थी जबकि कमाल अमरोरी 34 के थे। शादी से पहले मीना कुमारी ने जिस तरह के सपने संजोए थे शादी के बाद वह टूटने लगे। वह आजाद ख्यालों वाली महिला थीं। कमाल उन पर सख्त निगरानी रखने लगे।
मीना कुमारी से वह 6.30 बजे तक घर आने के लिए कहते थे और उनके मेकअप रूम में किसी को जाने की अनुमति नहीं होती थी। वह केवल उसी कार से जा सकती थीं जो कमाल ने दी थी। कहा तो यह भी जाता है कि कमाल अमरोही ने साथ घरेलू हिंसा की और कई बार मीना कुमारी पर हाथ भी उठाया। इसका जिक्र मीना कुमारी की करीबी दोस्त नरगिस ने एक इंटरव्यू में भी किया था जब उन्होंने मीना कुमारी के कमरे से मारपीट जैसी आवाजें सुनीं। मीना कुमारी की बायोग्राफी लिखने वाले विनोद महेता ने कहा कि कमाल अमरोही ने हमेशा मारपीट के आरोपों से इनकार किया लेकिन 6 अलग-अलग लोगों ने उन्हें बताया कि उनके रिश्ते में शारीरिक हिंसा होती थी।
शादीशुदा जिंदगी में इतने उतार-चढ़ाव ने मीना कुमारी को डिप्रेशन में ला दिया। 1964 में उन्होंने कमाल अमरोही को तलाक दे दिया। एक डॉक्टर ने उन्हें नींद के लिए बीच-बीच में थोड़ी सी ब्रांडी लेने की सलाह दी थी। यह उनके लिए एक लत बन गया और बहुत ज्यादा शराब पीना शुरू कर दिया। इससे उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। उन्हें लंदन और स्विटजरलैंड के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर्स ने उन्हें ठीक होने के बाद ही काम की सलाह दी लेकिन जैसे ही वह भारत लौटीं फिर से फिल्में करनी शुरू कर दीं। डॉक्टरों ने उन्हें बता दिया था कि अगर उन्होंने फिर से पीना शुरू किया तो यह उनकी मौत का कारण बन सकता है। आखिरकार 1972 में उनका निधन हो गया।