Kavita Krishnamurthy birthday: नाम बदलकर इंडस्ट्री को दिए 50 हजार गाने, मिल चुका है पद्मश्री,आज भी रहती हैं लाइमलाइट से दूर
Kavita Krishnamurthy birthday Today: 14 साल की उम्र में मुंबई जैसे बड़े शहर में अपना नाम कमाना आसान नहीं था, लेकिन इन्होंने वो करिश्मा कर दिखाया जो किसी ने सोचा नहीं था।
Kavita Krishnamurthy birthday: बॉलीवुड में एक जाना माना नाम बनी इस फेमस सिंगर का नाम कविता कृष्णमूर्ति हैं जो आज अपना 67वां जन्मदिन मना रही हैं। कविता कृष्णमूर्ति ने 9 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था, लेकिन जिस गाने ने उनके करियर को ऊंचाइयां दी, वह था ‘मिस्टर इंडिया’ का ‘हवा हवाई’ गाना। कविता कृष्णमूर्ति ने बॉलीवुड से लेकर साउथ इंडस्ट्री में अपनी आवाज का जादू चलाया। ये एक ऐसी सिंगर हैं जिन्होंने 45 अलग-अलग भारतीय भाषाओं में गाने गाए हैं। आज उनके बर्थडे पर जानते हैं कुछ दिलचस्प किस्से…
कविता कृष्णमूर्ति आज मना रहीं अपना 67वां जन्मदिन (Kavita Krishnamurthy birthday Wishes)
कविता कृष्णमूर्ति का जन्म 25 जनवरी 1958 को दिल्ली में हुआ था। वह एक तमिल परिवार से ताल्लुक रखती थीं। कविता जी के माता-पिता ने उनका नाम शारदा रखा था और उन्हें छोटी उम्र से ही संगीत से बहुत प्यार था। कविता कृष्णमूर्ति के इसी प्यार और मीठी आवाज को देख आंटी प्रतिमा भट्टाचार्य ने उन्हें रबींद्रनाथ संगीत में दाखिला दिलवा। उन्होंने क्लासिकल सिंगर बलराम पुरी से हिंदुस्तानी क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी। कविता कृष्णमूर्ति की आवाज का जादू दिखने लगा था। कविता कृष्णमूर्ति जब कॉलेज में पढ़ रही थीं तो उन्हें एक बंगाली फिल्म में गाना गाने का मौका मिला। साल 1971 में उन्होंने ‘श्रीमान पृथ्वीराज’ में लता मंगेशकर के साथ गाना गाया।
कविता कृष्णमूर्ति ने 45 भाषाओं में गाए हैं गाने (Kavita Krishnamurthy Song)
कविता कृष्णमूर्ति वैसे तो इंडियन फॉरेन सर्विसेज में काम करना चाहती थीं, लेकिन 14 साल की उम्र में वह बॉलीवुड में किस्मत आजमाने मुंबई आ गईं। साल 1976 में कविता कृष्णमूर्ति ने अपनी पहली हिंदी फिल्म ‘कादंबरी’ में गाना गाया। कविता कृष्णमूर्ति ने अपने करियर में आरडी बर्मन से लेकर अमित कुमार, उदित नारायण, कुमार सानू और अभिजीत भट्टाचार्य के साथ खूब गाने गाए। सोनू निगम, शान और बाबुल सुप्रियो के साथ भी उन्होंने काम किया। नब्बे के दशक में कविता कृष्णमूर्ति स्टारडम के चरम पर थीं। कविता कृष्णमूर्ति ने हिंदी के अलावा कन्नड़, राजस्थानी, भोजपुरी, तेलुगु, तमिल, मलयालम, कोंकणी, नेपाली, असमी और इंग्लिश समेत 45 भाषाओं में 50 हजार गाने गाए। इनके लिए उन्हें ढेरों सम्मान भी मिले। कविता कृष्णमूर्ति ने 1995 से 1997 तक लगातार बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगिंग के लिए 4 फिल्मफेयर अवार्ड जीते। साल 2005 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
शारदा से रखा कविता नाम (Kavita Krishnamurthy Story)
वहीं, मन्ना दा कविता कृष्णमूर्ति को अपनी बेटी की तरह मानते थे। सभी ट्रैवल कर देश-विदेश परफॉर्म करने जाते थे। कविता कृष्णमूर्ति ने एक बार बताया था कि हेमंत दा के रूप में उन्होंने एक बेहतरीन मेंटॉर पाया था। उनका नाम शारदा हुआ करता था और उन्होंने ही मेरी मां से कहा कि इसका नाम बदलिए, ये नाम इंडस्ट्री में नहीं चलेगा। मेरी सिस्टर का नाम नंदिता है, तो मां ने मेरा नाम कविता रख दिया।
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