बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर इन दिनों टेरेंस लुईस और गीत कपूर के साथ ‘इंडियाज बेस्ट डांसर सीजन 4’ में जज के रूप में काम कर रही हैं। उन्होंने हाल ही में पुरानी यादों को ताजा करते हुए बॉलीवुड के बारे में कई खुलासे किए हैं। करिश्मा ने पिछले 40-50 सालों में फिल्म जगत में आए बदलावों के बारे में खुलकर बात की। एक्ट्रेस ने बताया कि जब उन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी तब एक्टर्स के पास वैनिटी वैन नहीं होती थी।
करिश्मा कपूर ने कहा- पिछले 40-50 सालों में इंडस्ट्री में बड़े बदलाव हुए
करिश्मा ने बताया, “पहली फिल्म जिसमें मुझे मॉनिटर पर काम करने का मौका मिला, वह थी ‘दिल तो पागल है’। यह डांस ऑफ एन्वी शॉट के दौरान था। यश जी को यह मिला और आदित्य चोपड़ा और उदय चोपड़ा भी सेट पर थे… ‘ और हम तो पागल हो गए थे’। हमने सोचा, ‘सच में? हम देख सकते हैं कि हमने एक शॉट में क्या किया है।” करिश्मा ने बताया कि उन्होंने 1991 में 16 साल की उम्र में ‘प्रेम कैदी’ से डेब्यू किया था। इस फिल्म में उनके साथ नवोदित हरीश कुमार थे। उन्होंने अपनी पहली सिंक-साउंड फिल्म ‘जुबैदा’ के बारे में भी बताया, जिसमें उन्होंने काम किया था।
एक्ट्रेस ने याद करते हुए कहा, “मैंने एक और मील का पत्थर देखा। सिंक-साउंड वाली पहली फिल्म श्याम बेनेगल के डायरेक्शन में बनी ‘जुबैदा’ थी। यह पहली फिल्म थी जिसमें हमने ‘रियल लाइफ साउंड’ के लिए लैपल माइक लगाए थे।”
उन्होंने आगे कहा, “इस शो के सेट के बाहर जितनी वैन खड़ी है… हमारे पास ऐसा कुछ नहीं था। हम एक पेड़ के पीछे जाकर सीन के लिए अपने कपड़े बदलते थे, कभी-कभी हम शौचालय जाते थे। तो हां, पिछले 40-50 सालों में हमारी इंडस्ट्री में बड़े बदलाव हुए हैं।”