पाकिस्तानी फैन के कारण हो गया था Hema Malini के पिता का निधन, इस घटना ने बदलती थी एक्ट्रेस की सोच
70 और 80 के दशक में हेमा मालिनी (Hema Malini) ने अपने दमदार अभिनय के दम पर अपने फैंस के बीच अपनी जबरदस्त पहचान बनाई. उनकी फैन फॉलोइंग भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी काफी है. आज हम आपको हेमा की जिंदगी से जुड़ा ऐसा ही किस्सा बताने जा रहे हैं, जिन्होंने उनकी सोच ही बदल डाली.
पाकिस्तानी फैन के कारण हो गया था Hema Malini के पिता का निधन
बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल कहे जाने वाली खूबसूरत हेमा मालिनी (Hema Malini) आज भी अपने करोड़ों फैंस के दिलों पर राज करती हैं. आज भी उनके चाहनों की लिस्ट में कोई कमी नहीं आई. आज भी वो रियल में अपने फैंस के लिए ड्रीम गर्ल ही हैं. 70 और 80 के दशक में हेमा मालिनी ने इंडस्ट्री को कई हिट फिल्में दी हैं, जिनमें ‘सीता और गीता’, ‘शोले’, ‘सत्ते पे सत्ता’ और ‘ड्रीम गर्ल’ जैसी एक से बढ़कर एक शानदार फिल्में शामिल हैं. हेमा मालिनी की फैन फॉलोइंग देश विदेश में देखी जा सकती है.
एक वक्त ऐसा भी था जब हेमा मालिनी की एक झलक पाने के लिए उनके फैंस पागल रहते थे. आज हम आपको उनके फैन से जुड़ा एक ऐसा ही किस्सा बताने जा रहे हैं, जो आपको हैरान कर देगा. ये किस्सा साल 1968 का है, जब हेमा मालिनी एक से एक फिल्में इंडस्ट्री को दे रही थीं और उनका करियर के पीक पर था. हेमा मालिनी की एक्टिंग से लेकर उनकी खूबसूरती के लाखों दीवाने हुआ करते थे. उन्हीं में उनका एस ऐसा भी दीवाना था जो उनकी एक झलक पाने के लिए पाकिस्तान से मुंबई आया था. वो शख्स हर रोज हेमा मालिनी के घर के बाहर बैठा करता था.
ये सोच कर कि कभी न कभी तो हेमा मालिनी की एक झलक या उनसे मुलाकात तो जरूर होगी. ऐसे ही कई दिन बीत गए, लेकिन वो आदमी हेमा से मिल ही नहीं पाया. एक रात वो आदमी हेमा मालिनी के घर में घुस गया और घर में काम करने वाली महिला ने उसे देख कर शोर मचाना शुरू कर दिया, जिससे वो काफी डर गया. उस आदमी ने सोचा कि अब उनको पुलिस के हवाले कर दिया जाए गा और उसकी खूब पिटाई होगी, जिसके बाद उन शख्स नें घबरा कर टेबल पर पड़ा चाकू उसने उठा लिया.
घर के नौकरों ने उस आदमी को पकड़ लिया. हेमा के पिता इस घटना से इतने घबरा गए कि उन्होंने पुलिस को फोन करना चाहा, लेकिन वो फोन तक पहुंच पाते उससे पहले ही उन्हें हॉर्ट अटैक आ गया. इसके बाद डॉक्टर को बुलाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. हेमा मालिनी के पिता का निधन हो चुका था. इस घटना के बाद हेमा मालिनी को एहसास हुआ कि अगर ये घटना न हुई होती तो शायद पापा कुछ और दिन हमारे साथ रहते. पिता की मौत का हेमा पर इतना गहरा असर पड़ा कि वो कई सालों तक अपने आपको पिता के निधन का जिम्मेदार समझती रहीं.