384 स्टार्स को करना पड़ा कास्ट
मुकेश ने बताया कि फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के बाद लोग कास्टिंग के काम को समझना और गंभीरता से लेना शुरू कर दिया। उन्हें पता था कि वह अनुराग कश्यप के साथ फिल्म में सहयोग कर रहे हैं, उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि फिल्म को इतनी अच्छी प्रतिकिया मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस फिल्म में 384 कलाकारों को कास्ट करना पड़ा, जिन्हें करने में करीब एक साल तक का समय लगा।
उन्होंने आगे बताया कि उनका एकमात्र लक्ष्य फिल्म के लिए सभी नए चेहरों को पेश करना था क्योंकि वे इनके साथ वासेपुर की दुनिया बनाना चाहते थे। अंत में उनकी मेहनत के बेहतरीन परिणाम मिले। फिल्म रिलीज के बाद उनकी दुनिया बदल गई और लोगों ने कास्टिंग डायरेक्टर्स को भी सम्मान देना शुरु कर कर दिया।
इस मूवी को ना केवल दर्शकों से प्यार मिला, बल्कि क्रिटिक्स से भी प्रशंसा मिली। यहां तक कि 65वें कान्स फिल्म फेस्टिवल के मंच पर प्रस्तुत किया गया। इस बारे में मुकेश ने कहा कि जब किसी फिल्म को इतना प्यार मिलता है, तो फिल्म से जुड़े सभी लोग उसके लेखक, निर्देशक, कास्टिंग डायरेक्टर से लेकर टेक्नीशियन भी खुशी से झुम उठते हैं।