एक ऐसी स्टार थीं जिनकी खूबसूरती और क्यूटनेस की यादें आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा हैं। 25 फरवरी 1974 में मुंबई में पैदा हुईं दिव्या को बेहद कम समय में फिल्मी दुनिया में वह मुकाम मिल गया था जिसे पाने के लिए कई एक्ट्रेस बरसों तक तपस्या करती हैं। ओम प्रकाश भारती और मीता भारती की बेटी दिव्या इतनी खूबसूरत थी कि जब वह स्कूल में पढ़ती थीं तब से ही निर्माता-निर्देशक उन्हें फिल्मों में लेने के लिए तैयार थे।
‘विश्वात्मा’ फिल्म से सिल्वर स्क्रीन पर धमाल मचा देने वाली एक्ट्रेस को शोहरत-दौलत-शौहर सब कुछ जल्दी मिला और वह सब कुछ जल्दी छोड़ दुनिया से चली गईं। दिव्या ने महज 19 साल की उम्र में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया। तो ऐसे में आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें।
स्कूल में पढ़ने के दौरान मिलने लगे थे ऑफर दिव्या के पिता ओमप्रकाश भारती बीमा कंपनी में अफसर थे और माता मीता भारती एक गृहिणी। दिव्या ने 9वीं क्लास तक ही पढ़ाई की। 14 साल की उम्र में पढ़ाई छोड़कर मॉडलिंग शुरू कर दी थी। दरअसल, दिव्या जब स्कूल में पढ़ती थीं तब से ही निर्माता-निर्देशक उन्हें फिल्मों में लेने के लिए तैयार थे। ऐसे में उनका रुझान एक्टिंग की तरफ बढ़ गया। दिव्या भारती ने भले ही बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई लेकिन उन्होंने एक्टिंग डेब्यू साल 1990 में तमिल फिल्म ‘नीला पन्नाई’ से किया था, इस समय वो केवल 16 साल की थीं। 1990 के दशक में बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग और मासूम चेहरे के दम पर दिव्या ने दर्शकों को दीवाना बना दिया था।
वहीं, एक्ट्रेस की शादी इंडस्ट्री के चर्चित प्रोड्यूसर साजिद नाडियावाला Sajid Nadiadwala से 20 मई, 1992 को हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साजिद से शादी के बाद दिव्या ने इस्लाम धर्म अपना लिया था और अपना नाम बदलकर ‘सना’ कर लिया था। आपको बता दें कि दिव्या और साजिद ने अपनी शादी की बात को शुरूशुरू में छिपा कर रखा था। एक इंटरव्यू में खुद साजिद नाडियावाला ने बताया था कि उन्हें इस बात का डर था कि यदि दिव्या के शादीशुदा होने की बात प्रोड्यूसर्स को पता चली तो इससे उनका करियर तबाह हो सकता है।
खबरों की मानें तो दिव्या शादी के बाद से अक्सर तनाव में रहती थीं, कहते हैं कि वे अक्सर शराब भी पीया करती थीं. दिव्या भारती के फैंस को उस समय तगड़ा झटका लगा जब 5 अप्रैल, 1993 को अचानक दिव्या की मौत की खबर सामने आई। अपनी मौत वाले दिन दिव्या शूटिंग खत्म कर के चेन्नई से मुंबई लौटी थीं। उनके पैर में भी चोट थी। रात के करीब 10 बजे होंगे जब मुंबई के पश्चिम अंधेरी, वरसोवा में स्थित तुलसी अपार्टमेंट के पांचवें माले पर उनके घर में कुछ दोस्त आए हुए थे और इसी दौरान ये हादसा हुआ था। 5 अप्रैल 1993 में सबको गमजदा छोड़ दिव्या चली गईं। एक्ट्रेस की मौत की वजह आज भी साफ नहीं है। दिव्या जब तक जिंदा रहीं तब तक शायद ही कोई होगा जो उनसे प्रभावित ना हुआ हो। टीनएज में फिल्मी दुनिया में कदम रखने वाली दिव्या जितनी खूबसूरत थीं उनकी लाइफ उतनी ही रहस्य और रोमांच से भरी थी। बेहद खुशमिजाज एक्ट्रेस के असमय निधन ने एक बड़े स्टार को खो दिया।