बॉलीवुड को लगा एक और झटका, ‘सड़क’ और ‘प्यार तूने क्या किया’ फिल्ममेकर रजत मुखर्जी का निधन
ऋषि कपूर (Rishi Kapoor), इरफान खान (Irrfan Khan), सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput), वाजिद खान (Wajid Khan) और सरोज खान (Saroj Khan) के निधन को बॉलीवुड फैंस अभी भुला भी नहीं पाए थे कि फिल्म जगत को एक और बड़ा झटका लग लगा है। डायरेक्टर रजत मुखर्जी (Director Rajat Mukherjee) का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है।
बॉलीवुड के लिए 2020 बहुत ही बुरा साबित हो रहा है। पिछले कई महीनों से एक के बाद एक इंडस्ट्री के दिग्गज इस दुनिया को अलविदा कह रहे है। यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऋषि कपूर (Rishi Kapoor), इरफान खान (Irrfan Khan), सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput), वाजिद खान (Wajid Khan) और सरोज खान (Saroj Khan) के निधन को बॉलीवुड फैंस अभी भुला भी नहीं पाए थे कि फिल्म जगत को एक और बड़ा झटका लग लगा है। ‘प्यार तूने क्या किया’ (Pyaar Tune Kya Kiya) और ‘सड़क’ (Sadak) फिल्म का निर्देशन करने वाले डायरेक्टर रजत मुखर्जी (Director Rajat Mukherjee) का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। यह खबर जैसी ही मीडिया पर आई बॉलीवुड में शोक की लहर फैल गई है।
बॉलीवुड सेलेब्स रजत मुखर्जी की मौत पर शोक जताते हुए उनको याद कर रह है। अभिनेता मनोज वाजपेयी ने ट्वीट करते हुए इस बात की पुष्टि भी की है। ट्वीट करते हुए फिल्म कलाकार ने लिखा, ‘मेरे दोस्त और रोड फिल्म के निर्देशक, रजत मुखर्जी का आज तड़के जयपुर में बीमारी के साथ लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया!!! तुम्हें शांति मिले रजत!! फिर भी विश्वास नहीं हो रहा कि हम अब कभी नहीं मिलेंगे और कभी अपने काम के बारे में चर्चा नहीं करेंगे। खुश रह जहां भी रह।’
हंसल मेहता ने लिखा कि करीबी दोस्त रजत का निधन हो गया है यह खबर मिली। प्यार तूने क्या किया के डायरेक्टर तबसे मेरे दोस्त थे जब हम दोनों ने मुंबई में अपना स्ट्रगल शुरू किया था। कई मील्स साथ खाईं, कई ओल्ड मंक की बोतल साथ खाली कीं। दूसरी दुनिया में और भी ऐसी ही बोतलें खाली करनी हैं, तुम बहुत याद आओगे मेरे जिगरी दोस्त।
फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा ने भी अपने विचार साझा किए और दिवंगत फिल्म निर्माता को याद किया। उन्होंने लिखा, ‘एक और दोस्त बहुत जल्दी चला गया। निर्देशक रजत मुखर्जी (प्यार तूने क्या किया, सड़क)। वह जयपुर में पिछले कुछ महीनों से कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे थे। अच्छा जाओ दोस्त।’