जहां एक तरफ रवि खुद को अभिनेता के तौर पर निखार रहे थे, वहीं उनके पिताजी को ये काम बेहद खटक रहा था। उनके पिता चाहते थे कि रवि किशन उनके कामों में मदद करे, नाचने-गाने से जीवन नहीं चलेगा। जब रवि 17 साल के हुए तो उन्हें उनकी मां 500 रुपये देकर मुंबई भाग जाने को कहा और रवि किशन ने भी अपने सपनों को पर देने के लिए अपना घर और परिवार छोड़ दिया।
मुंबई जाकर रवि किशन उसी चॉल में रहे जहां उनका परिवार रहता था। तमाम धक्के खाने के बाद उन्हें 1991 में बी ग्रेड फिल्म ‘पितांबर’ में काम करने का मौका मिला। इसके बाद उन्हें टीवी सीरियल ‘हैलो इंस्पेक्टर’ में काम मिला। उनकी किस्मत तब चमकी जब सलमान की सुपरहिट फिल्म ‘तेरे नाम’ में उन्हें काम करने का मौका मिला। उसके बाद रवि किशन ने न सिर्फ भोजपुरी सिनेमा बल्कि बॉलीवुड से लेकर क्षेत्रीय सिनेमा में भी अपनी अलग पहचान बनाई।
रवि किशन के पिता का नाम पंडित श्याम नारायण शुक्ला और मां का नाम जदावती देवी हैं। रवि किशन के कुल 4 भाई बहन हैं। रवि किशन को धीरे-धीरे ही सही पहचान मिलने लगी थी और अब उन्हें टीवी सीरियल ‘हैलो इंस्पेक्टर’ में काम मिला। रवि किशन की किस्मत तब खुली जब उन्हें सलमान की सुपरहिट फिल्म ‘तेरे नाम’ में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म में उन्होंने पंडित का किरदार किया था और यहीं से उनका एक नया सफर शुरू हुआ। रवि किशन को भोजपुरी फिल्म ‘सईया हमार’ में काम करने का मौका मिला, उन्होंने अपनी मां से बात करके इस फिल्म की तरफ कदम बढ़ाया और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और सफलता उनके कदमों में आती रही। रवि किशन ने अबतक करीब भोजपुरी की 350 से अधिक फिल्मों में काम किया है। साल 2006 में रवि किशन बिग बॉस के घर में दाखिल हुए और वहां से निकलते ही उनके पास भोजपुरी फिल्मों की लाइनें लग गई। आज रवि किशन काफी लोकप्रिय हैं और इसी के चलते उन्हें बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीट गोरखपुर से सांसद का टिकट दिया। रवि किशन ने इस सीट पर जीत दर्ज की।
आपको बता दें रवि किशन की बेटी रीवा किशन ने भी बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अभिनेता नसीरूद्दीन शाह के प्ले ग्रुप में रहकर अभिनय सीखा है और वह अमेरिका के एक्टिंग कॉर्प संस्थान से एक्टिंग की Training लेकर आई हैं। उनका डेब्यू हुआ था उनके पिता रवि किशन को हिंदी फिल्मों में बड़ा ब्रेक देने वाले नितिन मनमोहन की बेटी प्राची मनमोहन की फिल्म से। हालांकि रीवा किशन की इस फिल्म को बहुत अच्छा रेस्पांस नहीं मिला था।