दरअसल उनकी फिल्म फ्लॉप रही और ABCL (Amitabh Bachchan Corporation Ltd) एबीसीएल के पास भी इतने पैसे नहीं बचे थे कि वह कलाकारों की बकाया वापस दे सके। ऐसे में कई कलाकारों के पैसे रोक दिए गए। पैसों के रूक जाने से डिंपल कपाड़िया इतनी नाराज हो गई कि उन्होंने एबीसीएल के मैनेजर को फोन करना शुरू कर दिया। जब मैनेजर ने उनका कोई रिस्पॉन्स नही दिया उन्होंने अमिताभ बच्चन को कॉल कर अपने पैसे मांगने शुरू किये।
जब अमिताभ से फोन पर बात नही बनी तो डिंपल ने अपने सेक्रेटरी को अमिताभ के घर और दफ्तर तक भेजना शुरू कर दिया। डिंपल की इस हरकत से अमिताभ इतने परेशान हो गए थे। कि हर वक्तच उन्हें ये डर सताने लगा था कि कब डिंपल का फोन आ जाए। इस बात को वो इतने सालों के बाद भी नहीं भूल पाए हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान अमिताभ(Amitabh Bachchan interview) ने बिना नाम लिए इस बात का खुलासा किया था कि, ‘मैं अपने बुरे वक्त में उन लेनदार को कभी नही भूल सकता जो मेरे दरवाजे पर आकर गालियां और धमकी देकर अपना पैसा मांगते थे। इससे भी बदतर वो समय था जब वे लोग हमारे घर प्रतीक्षा की कुर्की के लिए आ गए थे। मुझे जिन लोगों से सहारे की उम्मीद थी वो ऐसे वक्त में हमे बेसहारा करके चले गए उन्होंने भी मेरी परेशानी नहीं समझी थी।’
अमिताभ ने इन बातों का खुलासा कई इंटरव्यूज में कर चुके हैं। उनकी मानें, तो उनके 44 साल के करियर में वक्त सबसे बुरा और भयानक था। तब अमिताभ बच्चन की एक उम्मीद जागी जब वो यश चोपड़ा के पास काम मांगने गए थे और यश जी ने उन्हें (Amitabh Bachchan film Mohabbatein) मोहब्बते में एक अहम रोल दिया था। मगर इतने पैसों से भी अमिताभ अपने कर्ज से उबर नही पाए थे।
तभी अधंकार भरे जीवन में उजाला बनकर आया (Kaun Banega Crorepati) केबीसी का प्रोजेक्ट। अमिताभ जब पूरी तरह से थक गए थे तब अमिताभ बच्चन(Amitabh Bachchan hosted Kaun Banega Crorepati) के लिए यह प्रोजेक्ट सबसे बड़ा सहारा बनकर सामने आया था जिसके लिए उन्होंने तुंरत हां कर दिया। इसके बाद अमिताभ कतौन बनेगा करोड़पति के इस शो के माध्यम से लोगों को करोड़पति बनने का मौका दे रहे थे, तो वहीं वह खुद भी अपने कर्ज और आर्थिक तंगी से बाहर निकल रहे थे। अक्सर उन्हें कहते सुना जाता है कि केबीसी उनकी जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा है और हमेशा रहेगा।