सेतुबंधासन को करने के दौरान शरीर का पोज किसी सेतु के समान हो जाता है। इस आसन का प्रतिदिन अभ्यास डिप्रेशन और स्ट्रेस, तनाव को दूर करने में मदद करता है। यह मन को शांत करता है। इसलिए यह आसन उच्च रक्तचाप और माइग्रेन की बीमारी में लाभ पहुंचाने के लिए बहुत प्रचलित है।
भुजंगासन करने से शरीर लचीला होता है और कमर दर्द और पेट की बढ़ी हुई चर्बी से निजात मिलती है। अस्थमा के मरीजों के लिए भुजंगासन बहुत लाभदायक है। इसके साथ ही यह आसन तनाव और उच्च रक्तचाप से भी आराम दिलाता है।
शरीर को आराम पहुंचाने और मस्तिष्क को शांति देने के लिए शवासन करना बहुत लाभकारी है। उच्च रक्तचाप और अनिद्रा की शिकायत दूर करने में शवासन मदद करता है। इस आसन को करना बहुत आसान है।
बालासन को चाइल्ड पोज भी कहते हैं। इस आसन को करने से तनाव या हाइपरटेंशन की परेशानी से निजात मिलती है। इस आसन को करने से रक्त का संचार पूरे शरीर में सुचारू रूप से होता है। बालासन को करने से सांस की प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाता है, जो तनाव और स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है।
सांस की प्रक्रिया से संबंधित इस आसन को करने से स्ट्रेस कम होता है। सुखासन की क्रिया को करने से मस्तिष्क को शांति मिलती है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या दूर होती है।