17 वर्ष की रिया के लिए यह जानना किसी सदमे से कम नहीं था कि उसे पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज है। पीरियड में एक महीने की देरी होने पर की गई मेडिकल जांच में यह जानकारी मिली। आज दुनिया की आधी आबादी के एक बड़े वर्ग को अनियमित पीरियड्स और उससे जुड़ी कई समस्याओं का समाना करना पड़ रहा है। दरअसल पीरियड्स की नियमितता को प्रभावित करने में आपकी लाइफस्टाइल, डाइट, एक्सरसाइज और भावनात्मक सेहत का बड़ा हाथ होता है। ऐसे में अगर आप अपने पीरियड्स को नियमित करना चाहती हैं तो यह तो तय है कि आपको अपनी आदतों, दिनचर्या और सेहत को सुधारना होगा।
70% महिलाएं मासिक चक्र संबंधी अनियमितताओं से जूझती हैं। कई बार इसके कारण उनकी लाइफस्टाइल में छिपे होते हैं तो कुछ मामलों में किसी बीमारी की वजह से ऐसा होने की आशंका बनी रहती है।
जरूरत सही खाने की है
कपकेक और मिठाइयां आपको भले ही कितनी भी लजीज लगती हों लेकिन आपको यह भी याद रखना होगा कि पोषण और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर भोजन आपके लिए बहुत जरूरी है। इतना ही नहीं आपको अपनी कैलोरीज को भी नियंत्रण में रखना होगा ताकि शरीर सभी कार्य बाधारहित पूरे कर सके।
साबुत अनाज
इनमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स पोषित करने के साथ-साथ विटामिन बी, प्रोटीन और फाइबर भी प्रदान करते हैं। अपने कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण ये ब्लड शुगर को नियंत्रित करके पॉजिटिव एनर्जी देने और मूड अच्छा रखने का काम करता है। फॉर्टीफाइड अनाज भी एनिमिया दूर करते हैं।
फल और सब्जियां
हार्मोनल बैलेंस और नियमित मासिक धर्म के लिए विटामिन सी और बीटा केरोटिन बेहद जरूरी होता है। ताजे और अनप्रोसेस्ड फल और सब्जियां ही खाएं और इसमें चीनी भी न मिलाएं। शकरकंद, गाजर, रेड पेपर, रसीले फल, स्ट्रॉबेरी, आम और बंद गोभी आपकी डाइट में होने चाहिए।